सूत्रों के अनुसार, बसों में केवल यात्रियों का सामान नहीं बल्कि व्यापारिक वस्तुएं भी भरकर दिल्ली भेजी जा रही हैं। इनमें खासतौर पर कबाड़ से निकली बेशकीमती धातुएं जैसे सिल्वर, पीतल और तांबा शामिल हैं। ये धातुएं बसों के लगेज डिब्बों के नीचे छिपाकर रखी जाती हैं और चुपचाप दिल्ली पहुंचा दी जाती हैं। हाल ही में कलेक्टर के निर्देश पर परिवहन विभाग ने दो-चार दिन चैकिंग अभियान चलाया था, जिसके बाद कुछ समय के लिए यह गतिविधि धीमी हो गई थी लेकिन अब बस संचालकों ने फिर से उसी पुराने तरीके से धंधा शुरू कर दिया है। बस संचालक यात्रियों के सामान के नाम पर भारी मात्रा में माल लादते हैं और प्रति बैग, डिब्बा या बोरे के हिसाब से किराया भी तय किया गया है, जो अलग से वसूला जाता है। जानकारों का मानना है कि यदि इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जाए, तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। ट्रांसपोर्ट नगर में माल लोडिंग की व्यवस्था, नियमित चेकिंग की कमी और संबंधित अधिकारियों की अनदेखी ने इस टैक्स चोरी को बढ़ावा दिया है। प्रशासन और परिवहन विभाग को जल्द से जल्द इस ओर गंभीरता से कार्रवाई करनी होगी, ताकि इस अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाया जा सके और राजस्व की हानि रोकी जा सके।
छतरपुर से दिल्ली जाने वाली बसों में चल रहा टैक्स चोरी का खेल
5/24/2025 10:28:00 pm
सूत्रों के अनुसार, बसों में केवल यात्रियों का सामान नहीं बल्कि व्यापारिक वस्तुएं भी भरकर दिल्ली भेजी जा रही हैं। इनमें खासतौर पर कबाड़ से निकली बेशकीमती धातुएं जैसे सिल्वर, पीतल और तांबा शामिल हैं। ये धातुएं बसों के लगेज डिब्बों के नीचे छिपाकर रखी जाती हैं और चुपचाप दिल्ली पहुंचा दी जाती हैं। हाल ही में कलेक्टर के निर्देश पर परिवहन विभाग ने दो-चार दिन चैकिंग अभियान चलाया था, जिसके बाद कुछ समय के लिए यह गतिविधि धीमी हो गई थी लेकिन अब बस संचालकों ने फिर से उसी पुराने तरीके से धंधा शुरू कर दिया है। बस संचालक यात्रियों के सामान के नाम पर भारी मात्रा में माल लादते हैं और प्रति बैग, डिब्बा या बोरे के हिसाब से किराया भी तय किया गया है, जो अलग से वसूला जाता है। जानकारों का मानना है कि यदि इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जाए, तो एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। ट्रांसपोर्ट नगर में माल लोडिंग की व्यवस्था, नियमित चेकिंग की कमी और संबंधित अधिकारियों की अनदेखी ने इस टैक्स चोरी को बढ़ावा दिया है। प्रशासन और परिवहन विभाग को जल्द से जल्द इस ओर गंभीरता से कार्रवाई करनी होगी, ताकि इस अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाया जा सके और राजस्व की हानि रोकी जा सके।