छतरपुर।प्रकाश बम्होरी पुलिस थाना का गुंडा सिपाही हरीशरण यादव कई बार ट्रांसफर होने के बाद भी आपने रसूख के चलते वापिस प्रकाश बमोरी थाने आ जाता है। जिले के कई थाने चला रहे आरक्षक, शिकायत होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साध लेते हैं। जिससे आरक्षकों के हौसले रहते हैं बुलंद। ऐसा ही एक मामला प्रकाश बम्होरी से आया है।
ये सिपाही पूरा थाना चलाता है। मिली जानकारी के अनुसार कई निर्दोषों को फसा चुका है सिपाही। जिले के थानो मे महिला सेल बनी मारकूट सैल महिला। महिला सैल मे मारपीट कर रहा एक आरक्षक। एक मासूम लड़के के साथ फिर पैसा लेके छोड़ देता है और पहले भी हरिशरण यादव ने खनिज इंस्पेकर पे पत्थर चलवाए है थे ऐसे आरोप लगे थे और पुलिस लाइन हाजिर हो गया था। फिर आपने रसूख पे दोबारा उसी थाने आ गया। आखिर किसके संरक्षण में सिपाही कर रहा काम। सूत्रों की तो सिपाही वरिष्ठ अधिकारियों को भी चुनौती देता है।
आखिर ऐसी सिपाहियों को कौन देता है संरक्षण और किसके सह पर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने से अधिकारी क्यों कतराते हैं। कुछ दिनों पहले ऐसी ही घटना नौगांव थाने से सामने आई थी कि फरियादि को ही आरोपी बना दिया था। फरियादी ने आरोप भी लगाए लेकिन बरिष्ठ अधिकारियों ने साध ली चुप्पी। आखिर जांच करवाने से क्यों कतरा रहे अधिकारी।