35 लाख की लागत से निर्मित गौशाला का रखरखाव के अभाव से हुई क्षतिग्रस्त।
जनपद पंचायत बड़ामलहरा की ग्राम पंचायत भोजपुरा में करीब 35 लाख की राशि से निर्मित हुई गौशाला के रख रखाव ना होने के कारण गौ शाला पर लगे हुए तीन शेड उठ गया है जिससे 35लाख की लागत अब पानी मे चली गई है।
इस गौ शाला में ना ही एक गौबंश है ना ही यहां पर पानी एवं चारा भूसा का स्टॉक देखने मिला है।
आपको बता दे करीब 6 माह पहले मुख्य कार्यपालन अधिकारी छतरपुर के द्वारा समस्त जनपद पंचायत बड़ामलहरा में संचालित गौशालाओं को लेकर आदेशित किया गया कि सभी गौशालाओं में जल्द ही कैमरा लगाकर मय फोटो के बिल सहित जिला कार्यालय में जानकारी भेजे लेकिन यहां ग्राम पंचायत के सरपंच राजकुमारी रतन लाल अहिरवार सचिव अभिषेक जैन की लापरवाही एवं बरिष्ठ अधिकारियों के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए शासन की गौ शाला के नाम पर आ रही राशि का दुरुपयोग करते हुए सरकारी राशि का गमन किया गया है।
जबकि सरकार का प्रयास है कि जो गौ बंश सड़क पर विचरण कर रहा है उन्हें एक आशियाना मिले और वह समय से चारा भूसा एवं पीने का पानी मिलता रहे और धूप एवं गर्मी और बारिश से उन गौ बंश का बचाव हो सके।
लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए सरपंच सचिव द्वारा मनमर्जी करते हुए इस गौशाला की दयनीय दुर्दशा हो गई है।
गौ शाला भोजपुरा में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है इसके जगह जगह से तीन शेड उड़ गए है।
अभी सरकार ने ग्राम पंचायत में संचालित स्व सहायता समूहों के लिए अनुबंध करते हुए पूरी जबाबदारी सौंपी थी कि अगर समूह के लोग गौ शाला की देखरेख करेगे तो निश्चित ही गौ शाला ठीक से संचालित हो सकेगी लेकिन इधर उल्टा ही हो रहा है।
ग्राम पंचायत भोजपुरा के सचिव ने बताया है हवा के कारण तीन शेड उड़ गया होगा मुझे पता नही है कोई गांव का ही समूह गौ शाला को संचालित कर रहा था लेकिन वहां की व्यवस्थाएं क्या क्या नही है यह मुझे पता नही है।
इस प्रकार के बेहूदा जबाब देकर सचिव अपना पलड़ा झड़ते हुए निकल गए जबकि लाखों रुपयों की राशि का भुगतान इस गौशाला पर हुए है लेकिन अभी तक ना ही इस गौ शाला में कैमरा लगे हुए ना ही कोई भूसा चारा एवं पानी की व्यवस्था है।
जब इस सम्बंध में जब नवागत जनपद सीईओ ईश्वर सिंह वर्मा से बात करना चाही तो उन्होंने इस समस्या को नही सुना और बात करना उचित नही समझा।
इनका कहना।
ग्राम पंचायत भोजपुरा की गौ शाला का नवागत जनपद सीईओ बड़ामलहरा से जांच करवाकर कार्यवाही की जाएगी।अगर इस तरह से लापरवाही सरपंच सचिव द्वारा की जा रही है तो निश्चित ही कार्यवाई की जाएगी।
तपस्या सिंह परिहार सीईओ जिला पंचायत छतरपुर