छतरपुर। कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने जिले में बाल विवाह रोकने के संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दो टूक शब्दों में निर्देश दिए कि सूचना तंत्र को मजबूत करें और राजस्व एवं पुलिस टीम के साथ जाकर सख्ती से बाल विवाह रूकवाएं और संबंधित पर कठोरतम कार्यवाही करें। उन्होंने कहा आगामी अक्षय तृतीया एवं अन्य दिवसों में शतप्रतिशत बाल विवाह रोकें। कलेक्टर ने कहा आंगनवाड़ी सुपरवाईजर एवं कार्यकर्ता जानकारी नही दें तो उनपर कार्यवाही करें। उन्होंने कहा अगत सात दिन तक अभियान के रूप में कार्य करें। कलेक्टर ने फर्जी आयु प्रमाण पत्र बनाने की जानकारी आने पर गौरिहार बीएमओ एवं उक्त संबंध में जानकारी नही होने के संबंध में जिला स्वास्थ्य अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री जैसवाल द्वारा जिला पंचायत सभाकक्ष में गुरूवार को सम्पन्न हुई महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक में दिए गए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार, डीपीओ राजीव सिंह, सीडीपीओ, आंगनवाड़ी सुपरवाईजर उपस्थित रहीं।कलेक्टर ने बाल लिंगानुपात की ब्लॉकवार समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि कम लिंगानुपात वाली 10 पंचायतों को चिन्हित करें और कैम्प का आयोजन कर जागरूकता गतिविधियां करें। कलेक्टर ने गौरिहार क्षेत्र में न्यूनतम लिंगानुपात होने पर सीडीपीओ के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा संबंधित सीडीपीओ को अटैच करते हुए अन्य को चार्ज सौंपे। कलेक्टर ने जिले में लावारिस मिलने वाले बच्चों के बारे में भी जानकारी ली।कलेक्टर ने सभी ब्लॉकों के सोनोग्राफी सेंटर चेक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा सीडीपीओ बीएमओ के साथ जाएं और लिंग परीक्षण के संबंध में जांच करें और कड़ी कार्यवाही करें। उन्होंने दल बनाने, रोस्टर अनुसार निरीक्षण करने और कार्य की मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए।
सेम-मेम बच्चों के बेहतर ट्रीटमेंट के कलेक्टर ने दिए निर्देशकलेक्टर ने पोषण ट्रैकर अंतर्गत समीक्षा करते हुए सेम-मेम ट्रीटमेंट की समीक्षा करते हुए कहा कि पोषण ट्रैकर से सेम मेम बच्चों की जानकारी का क्रास चेक करें। उन्होंने इस संबंध में बच्चों को मिलने वाली पोषण संबंधित दवाईओं के वितरण के संबंध में आंगनवाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं से फॉलोअप करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा फेस कैप्चर के माध्यम से हितग्राहियों के सत्यापन की एफआरएस स्थिति देखें। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि सेम-मेम की श्रेणी में आने वाले बच्चों को बेहतर पोषण आहार, संबंधित दवाईयां और ट्रीटमेंट मिले।
बच्चों के मिड डे मील में लापरवाही नही हो, पोषण आहार पैकेट वितरण कम होने पर सीडीपीओ से होगी वसूली
कलेक्टर ने टीएचआर के संबंध में समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पोषण आहार से संबंधित पैकेट वितरण में लापरवाही नही हो। उन्होंने कहा जो सीडीपीओ नही बांटेंगे उनसे वसूली की जाएगी। उन्होने कम प्रोग्रेस होने पर कहा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ को बुलाकर बटवाएं। इस संबंध में एण्ट्री और वितरण कम होने पर बिजावर एवं लवकुशनगर के सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर मांग अनुरूप पोषण आहार नही प्राप्त होने के संबंध में विभाग को पत्र लिखने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि समूहों की बजह से बच्चों के मिड डे मील में लापरवाही न हो फील्ड पर जाकर देखें। उन्होंने सीडीपीओ को हर माह 20-25 आंगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
एनआरसी में कम भर्ती होने पर सीडीपीओ से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश
एचसीएम आहार वितरण के संबंध में समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सीडीपीओ फील्ड पर जाएं और आंगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज बच्चों में से कितने बच्चे खाना खा रहे हैं आदि की मॉनिटरिंग करें। उन्होंने संख्या के हिसाब से कम प्रतिशत होने पर नाराजगी जताई और वास्तविकता की क्रास जांच के लिए एक मैकेनिज्म बनाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने ब्लॉकवार एनआरसी की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जहां कम बच्चे एडमिट हैं तो संबंधित सीडीपीओ से स्पष्टिकरण लें। कलेक्टर ने अत्यंत कम भर्ती होने पर सीडीपीओ लवकुशनगर कारण बताओ नोटिस एवं गौरिहार सीडीपीओ के विरूद्ध निलंबन की कार्यवाही के संबंध में निर्देश दिए।
योजना में कम प्रगति पर सीडीपीओ को नोटिस
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा करते हुए राजनगर क्षेत्र की कम प्रोग्रेस होने पर सीडीपीओ को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टिकरण लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा पिछले वर्ष के आंकड़ों के हिसाब से देखें कि पहली एवं दूसरी डिलेवरी होने पर जन्मी बच्चियों की माताओं को योजना का लाभ मिला या नहीं। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि एक भी योजना के लाभ से वंचित नही रहे। इस दौरान कलेक्टर ने टीकाकरण, वन स्टॉप सेंटर अंतर्गत प्रकरणों में दी जाने वाली सेवाओं, बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत, प्रवेशित, निर्मुक्त बालकों एवं दत्तक ग्रहण, एनटीएच डेटा के संबंध में समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्माणाधीन आंगनवाड़ी, केन्द्रों पर बिजली एवं नल कनेक्शन के संबंध में समीक्षा की और समय सीमा में निर्माण कार्य एवं हेण्डओवर की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।