विज्ञापन

Type Here to Get Search Results !
BREAKING NEWS

Breaking Posts

Right Post

पलटा ग्राम पंचायत में सब कुछ हो रहा, नियम से उलटा - पलटा



सरपंच पुत्र भाजपा नेता, जब सईयां भये कोतवाल तो डऱ काहे का वाली कहावत को कर रहा है चरितार्थ

गौरिहार। प्रदेश व जिले की सीमांत सीमा में स्थित जनपद पंचायत गौरिहार मुख्यालय की समीपी ग्राम पंचायत पलटा,चालू पंच वर्षीय में भ्रष्टाचार के मामलों और मनमानी कार्य प्रणाली को लेकर सम्पूर्ण जनपद सहित जिला मुख्यालय तक में चर्चा का विषय बनी हुई है।गबन व अनियमितताओं के मामलों का गढ़ बन चुकी ग्राम पंचायत पलटा के रहवासियों द्वारा पिछले आठ  महीनों से  सरपंच/सचिव के खिलाफ कई बार शिकायत करने के बाद भी नाममात्र की भी कार्यवाही का न होना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। ग्राम पंचायत पलटा मे हुए भारी भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत कर्ता ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले मे जब सईयां भये कोतवाल तो डऱ काहे का वाली कहावत पूरी तरह से चरितार्थ हो रही है, तभी तो इस मामले को लेकर हमारे द्वारा की गई विभिन्न शिकायतों के करीब आठ माह बीत जाने के बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा इस मामले की किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गई।

निर्माण कराए बिना ही निकाल ली राशि

पंचायत के रहवासी युवा समाजसेवी अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीण युवाओं ने शिकायती पत्र के मध्यम से बताया कि ग्राम पंचायत पलटा के नुमाइंदों द्वारा बिना निमार्ण कार्य कराएं आठ से दस महीनों में करीब साढ़े दस लाख रुपए की शासकीय राशि का आहरण कर ठिकानें लगा दिया गया है। युवा समाजसेवी अभिषेक तिवारी सहित मूलचंद अनुरागी,देवीदीन प्रजापति, कामता कोरी,अच्छेलाल,अमन तिवारी,कल्लू अनुरागी,मुकुन्द मिश्रा, प्रदीप तिवारी,शुभम् पान्डे,अनूप गुप्ता,ज्ञानेंद्र मिश्रा,गोरेलाल पाल सहित अन्य ग्रामीण जनों ने सरपंच नीलम चतुर्वेदी व सचिव नंद किशोर पटेल पर शासकीय राशि का गमन करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम गौरिहार,जनपद सीईओ गौरिहार सहित जिला स्तर पर विभागीय अधिकारियों के अलावा जन सुनवाई में भी कई बार लिखित शिकायत की है इसके बावजूद सक्षम अधिकारियों ने सम्बंधित जनों के खिलाफ नाम मात्र की कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं की है।ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच प्रतिनिधि आत्म स्वरूप उर्फ राजा चतुर्वेदी भाजपा युवा मोर्चा का पूर्व जिला उपाध्यक्ष होने के नाते विभागीय अधिकारियों के ऊपर बेजा दबाव बनाकर पंचायत के कार्यों में हमेशा मनमानी दखलंदाजी करता रहता है।

गोठान निर्माण अधूरा, आहरण कर लिया पूरा

युवा समाजसेवी अभिषेक तिवारी, गोरेलाल पाल,अनूप गुप्ता व ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि ग्राम पंचायत में गौठान का निर्माण होना था जिसके लिए शासन स्तर पर 5.51लाख पंद्रहवें वित्त एवं 56 हजार मनरेगा से कुल 6 लाख 7 हजार रुपए स्वीकृत हुए थे। उक्त आवंटित राशि से गौठान निमार्ण के तहत 500 मीटर फेनसिंग, 160 नग एंगल, 2 नग चरनी एवं 2 नग पानी की टंकी का निर्माण किया जाना था। इसके विपरीत सरपंच व सचिव द्वारा मौके पर 3 सौ 1 मीटर फेनसिंग,1 सौ 1 नग एंगल,1 नग चरनी एवं 1 नग पानी की टंकी मात्र का ही निर्माण कराकर करीब साढ़े पांच लाख की राशि पंचायत के नुमाइंदों द्वारा निकाली जा चुकी है।

नाली निर्माण में भी की गई धांधली

ग्रामीण ज्ञानेंद्र मिश्रा, शुभम् पान्डे, मूलचंद अनुरागी,विज्ञान स्वरूप एवं उमेश कुमार ने बताया कि मुन्ना तिवारी के मकान से गांव स्थित पुलिया तक 3.27 लाख की लागत से नाली का निर्माण का कार्य कराया जाना था। जबकि पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा कराए गए उक्त निर्माण कार्य का उपयंत्री द्वारा 2,26,232 रुपए का मूल्यांकन किया गया था। इसके बावजूद सरपंच,सचिव ने इस कार्य के लिए स्वीकृत सम्पूर्ण राशि का आहरण कर करीब एक लाख सात सौ अड़सठ रुपए का घपला कर दिया।

कचड़ा केन्द्र के अपूर्ण होने पर भी निकाली राशि पूर्ण

ग्रामीण अमन तिवारी, मुकुन्दं मिश्रा आशाराम श्रीवास व कल्लू अनुरागी ने बताया कि पन्द्रवें वित्त से 6.83 लाख एवं मनरेगा से 0.67 लाख कुल 7.50 लाख की लागत से पलटा में कचड़ा संग्रहण केन्द्र स्वीकृत हुआ था। उक्त कार्य का निर्माण अपूर्ण होने के बावजूद पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा 7.06 लाख कि राशि आहरित कर ली गई है ।जबकि उपयंत्री द्वारा 2,59,478 रुपए का ही मूल्यांकन किया गया है। ग्रामीण देवी दीन प्रजापति, कामता कोरी,अच्छेलाल, सतीशरन ने बताया कि पंचायत द्वारा जाली नहीं लगाई गई,फर्श नहीं कराया गया और न ही गेट लगाएं गए हैं।

जिला स्तर से पुन: गठित किया गया है जांच दल

इस मामले में जब संबंधित एसडीओ मधु प्रजापति से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिकायती पत्र के बाद स्थानीय जनपद स्तर पर गठित जांच दल द्वारा जांच कर रिपोर्ट जिला सीईओ मैडम को सौंपी गई थी ।उक्त जांच रिपोर्ट से मैडम संतुष्ट नही हुई थीं।उनके द्वारा जिला स्तर से जांच दल गठित किया गया है।पलटा मामले की अब पुन: नए सिरे से जांच होगी।

इनका कहना है  

पलटा के ग्रामीणों द्वारा पंचायत भवन, नियमित न खुलने सहित अन्य विषयों पर शिकायत की गई थी।स्थानीय स्तर पर गठित जांच दल द्वारा जांच की गई थी। गौरिहार जनपद में स्थाई सीईओ में होने से इस मामले की जानकारी नही मिल पाई है।एक दो दिन में नए सीईओ के आने बाद इस मामले को प्राथमिकता से दिखवाता हूं।

बलबीर रमन, एसडीएम, गौरिहार

Top Post Ad

Design by - Blogger Templates |