विज्ञापन

Type Here to Get Search Results !
BREAKING NEWS

Breaking Posts

Right Post

ग्राम पंचायत डिगोनी के विकास कार्यो में भूत करते मजदूरी



जनपद सीईओ और जिला पंचायत सीईओ ने सचिव से मांगा जबाव, जबाव आने के बाद अधर में लटकी आगे की कार्रवाई

छतरपुर। जिले में भ्रष्टाचार की बू लोगों के सिर चढक़र बोल रही है। जिला प्रशासन को भ्रष्टाचार की बू का कोई असर नहीं पड़ता है। जबकि जिले की जनता इस भ्रष्टाचार के पाटों में गेंहू की तरह पिस रही है। लोग शिकायती आवेदन लेकर जिला प्रशासन के दरवाजे खटखटाते रहते है। जहां तक कि जनसुनवाई के आवेदनों से थैला भरकर कार्रवाई की आश में हर मंगलवार को जनसुनवाई में पीडि़त पहुंच जाते है। लेकिन शिकायत कर्ता को हाथ सिफ लगती है जनसुनवाई में दिए गए आवेदन की पावती। ज्यादा होता है तो संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा नोटिस जारी कर जबाव मांग लिया जाता है। जबाव मांगने के बाद आगे की कार्रवाई बाबूओं  की टेबलों पर रखीं फाईले सोभा बढ़ाती रहती है। जिले के भ्रष्टाचार की हत तो तब पार हो जब जनपद पंचायत राजनगर के अंतर्गत डिगौनी ग्राम पंचायत के सचिव ने मरे हुए आदमी से विकास कार्य में मजदूरी भी करा डाली है। साथ ही मजदूरी का भुगतान होने के बाद रूपयों को निकाल भी लिया गया। जिसकी शिकायत ग्रामवासियों ने जनपद सीईओ से लेकर जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार से की है। जहां जनपद सीईओ ने तीन दिवस में जबाव मांगा और जिला पंचायत सीईओ ने सात दिवस में जबाव मांगा था। जहां ग्राम पंचायत डिगौनी के सचिव ने जबाव भी पेश कर दिया है। जबाव पेश होने के बाद आगे की कार्रवाई आज भी अधर में लटकी हुई है।

मृत व्यक्ति से कराई मजदूरी

शिकायत कर्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत माह पहले ग्राम पंचायत डिगौनी में 15वां वित्त एवं मनरेगा कन्वर्जेन्स से स्वीकृत सीसी रोड निर्माण कार्य बबलू पटैल के घर से दुर्गा पटैल के घर की ओर कार्य में मनरेगा योजना से मस्टररोल क्रमांक 27378 दिनांक 24 फरवरी 25 से 2 मार्च 25 तक जारी हुआ है जिसमें जॉब कार्ड क्रमांक 517 में मृत व्यक्ति अरविन्द पटैल के नाम से उपस्थिति दर्ज की गई है तथा उपस्थिति के आधार पर रूपए 1573 मजदूरी का भुगतान भी हुआ है। जिसकी शिकायत जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार से की गई थी। जहां उन्होंने कारण बताओं सूचना पत्र क्रमांक 1470 दिनांक 16 अप्रैल 25 को सात दिवस के अंदर जबाव प्रस्तुत करने का पत्र जारी किया है। साथ ही जनपद पंचायत सीईओ ने भी कारण बताओं नोटिस जारी किया था। इसके बाद आज दिनांक तक सचिव पर कार्रवाई हुई है।

नोटिस के बाद अधर में लटकी आगे की कार्रवाई

शिकायत कर्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि मृत आदमी से मजदूरी कराने और भुगतान करने के मामले में जनपद पंचायत सीईओ ने 1 अप्रैल 25 को और जिला पंचायत सीईओ ने 16 अप्रैल 25 को कारण बताओं नोटिस जारी कर जबाव मांगा था। जहां तक की जबाव की समयावधि पूर्ण होने के बाद सचिव जगदीश पटैल ने क्या जबाव दिया है यह संदेह के घेरे में बना हुआ है। नहीं तो जबाव प्रस्तुत होने और नोटिस की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी ग्राम पंचायत डिगौनी सचिव जगदीश पटैल पर आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सचिवों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की भूमिका पर संवाल उठाए जा रहे है।

इनका कहना है

सीसी रोड़ निर्माण कार्य में मृत आदमी मजदूरी कर रहा था। जिसकी जानकारी लगने पर जांच प्रतिवेदन जिला भेज दिया है। आगे की कार्रवाई जिला से होना है।

राकेश शुक्ला, सीईओ, जनपद पंचायत राजनगर

Top Post Ad

Design by - Blogger Templates |