छतरपुर।
शुक्रवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में सामान्य सभा की बैठक का आयोजन जिला
पंचायत अध्यक्ष विद्या हरिओम अग्रिहोत्री एवं जिला पंचायत सीईओ तपस्या
परिहार एवं बिजावर विधायक राजेश बबलू शुक्ला की उपस्थिति में किया गया।
सामान्य
सभा की बैठक में जिले के विकास से जुड़े विभिन्न बिदुओं पर चर्चा की गई
साथ ही पूर्व बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई थी उनकी संपूर्ण
कार्यवाही इस बैठक में प्रस्तुत की गई। जिला सीईओ ने विभिन्न विभागों से आए
जांच प्रतिवेदनों से अध्यक्ष को अवगत कराया गया। वहीं सांसद प्रतिनिधि
शशिकांत अग्रिहोत्री ने बताया कि आज की बैठक में मुख्य बिन्दु प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत सभी विकासखण्डों में
फूड फॉरेस्ट बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द से जल्द जमीन चिन्हित की जाएगी।
इसके तहत एनजीओ और समूहों के माध्यम से कार्य कराए जाएंगे। समूहों और एनजीओ
के माध्यम से पौधों के संरक्षण एवं रखरखाव की व्यवस्था की जाएगी। पिछले
बैठक में कई ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार के संबध्ंा में मुद्दा
उठाया गया था ।
जिस पर आज की बैठक में उन ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार
की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। इन ग्राम पंचायतों में बड़ी मात्रा में
भ्रष्टाचार किया गया है जिनमें सतपारा और पिपरा, बंधा सहित अन्य पंचायतें
शामिल हैं। इन सभी पंचायतों के जांच प्रतिवेदन आ चुके हैं अब इन पंचायतों
में अध्यक्ष और सीईओ के द्वारा कार्यवाही की जाएगी। जांच विलंब होने पर भी
अधिकारियों को नसीहत दी गई कि समयसीमा में कार्यवाहियां की जाएं। सिंचाई
विभाग, वन विभाग, आबकारी विभाग, एमपीईबी सहित कई विभागों के अधिकारी इस
बैठक में मौजूद नहीं रहे। इन सभी विभागों के अधिकारियों को नोटिस जारी किया
गया है। पिछली बैठक में शिक्षा विभाग में पदस्थ बाबू रोहित खरे द्वारा
कूटरचित दस्तावेज बनाने की शिकायत रखी गई थी एवं बाबू राघवेन्द्र सिंह के
द्वारा प्रौढ़ शिक्षा में पदस्थ रहते समय कूटरचित ढंग से दो नोटशीटें तैयार
की गई थी इनका मुद्दा भी बैठक में आया था। इन दोनों मामलों की जांचें आयीं
है। इन दोनों जांचों में कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा
गया है।