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निर्माण एजेंसी की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे क्षेत्रवासी



पानी की समस्या से निपटने के लिए बनवाई जा रहीं थी टंकियां
घुवारा। नगर घुवारा में पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाएं रखने के लिए 11 करोड़ रुपये की नलजल योजना तैयार की गई है। निर्माण कार्य की गति धीमी होने से एजेंसी द्वारा समयसीमा में काम पूरा नहीं कर पाई। लापरवाही से नगर के कुछ हिस्सों में पेयजल संकट खड़ा हो गया है। लोगों की मानें तो पेयजल समस्या ग्रस्त क्षेत्र में निकाय द्वारा टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है।
भारत सरकार ने वर्ष 2019 में हर घर जल योजना तैयार की है। वर्ष 2024 तक हर ग्रामीण घर में नल का साफ शुद्ध पानी उपलब्ध करानें का लक्ष्य रखा गया है। सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना में लिए ब?ा बजट आवंटित किया है लेकिन, निर्माण एजेंसियों की मनमानी चाल से इस योजना का काम समयसीमा में नही हो पा रहा। वर्ष 2020 में नगर घुवारा में भावी जल संकट से निपटने के लिए योजना तैयार की गई है।
योजना अंतर्गत धसान नदी के जल से नगर घुवारा के 3 हजार 600 परिवारों की प्यास बुझाई जानी हैं। सरकार ने योजना को स्वीकृति प्रदान कर वर्ष 2020 में 11 करोड़ रुपये मंजूर किए। योजना अंतर्गत धसान नदी पर इंटेकवेल, एनीकट, नदी से नगर तक पाइप लाइन, नगर में पाइप लाइन, पानी की 3 टंकी निर्माण जैसे काम किए जाने हैं। निर्माण एजेंसी एमपीयूडीसी ठेका पद्धति द्वारा काम करा रही है इसमें ओम कंट्रक्शन कंपनी द्वारा काम किया जा रहा है। निर्माण कार्य की गति धीमी होने से अभी तक काम पूरा नहीं हो सका।
नर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रमाकांत रावत के अनुसार दिसंबर 2023 कार्य पूर्णत: अवधि तय की गई थी परंतु कुछ काम बाकी रहने से निर्माण कार्य की अवधि दिसंबर 2024 की गई है। योजना पर 80 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा कर लिया गया है। धसान नदी पर इंटेकवेल व एनीकट का काम प्रगति पर है उन्होंने आगामी 5-6 माह में योजना पर काम पूरा होने की बात कही है। बताते हैं कि, नगर के 15 वार्डों में 54 कि.मी. पाइप लाइन डालने का काम लगभग पूरा हो चुका है। गलियों में पाईप लाइन डालने के लिए तोड़ी गईं सडक़ो की भराई की जा रही है।  नगर परिषद के सामने व देवी नगर स्थित पानी की टंकियां बनकर तैयार हो चुकी और उनकी टेस्टिंग भी हो गई है। किला के पास पानी की टंकी निर्माण कार्य शेष है।
जल स्तर खिसकने से बोरवेल सूखे-
भीषण गर्मी के चलते बोरवेल व हैंडपंप जवाब देने लगे हैं ऐसे में जल संकट ख?ा हो रहा है। जल स्रोत्र सूखने से घुवारा स्थित वार्ड 5, 10, 15 में नल न आने से पेयजल संकट है। इस इलाके में टैंकर द्वारा जलापूर्ति की जा रही है।
6 माह में काम पूरा करने का दावा खोखला
मध्य प्रदेश अर्बन डेवल्पमेंट कंपनी के द्वारा बीते वर्ष 6 माह में काम पूरा कर लोगों के घरों में नल कनेक्शन करके पानी पहुंचाने का दावा किया गया परंतु वह खोखला साबित हुआ नियत समय में काम पूरा न होने से निर्माण एजेंसी ने दिसंबर 2024 निर्माण पूरा करने समयसीमा ब?ावा ली है। निर्माण एजेंसी की उदासीनता का खामियाजा स्थानीय लोग भुगत रहे हैं।
धसान नदी पेयजल योजना निर्माण ऐजेंसी -
जानकारी के अनुसार एमपीयूडीसी, स्वीकृत वर्ष - 2020, कार्यपूर्णता अवधि - दिसंबर 2023, लागत - 11 करोड रुपए, जल स्रोत- धसान नदी, पानी की टंकी निर्माण - 02, 2.10 लाख लीटर, देवी मुहल्ला, 2.50 लाख लीटर क्षमता वाली, किला के पास, 15 वार्डों में पाइप 54 किमी, धसान नदी से नगर तक पाइप लाइन - 12 किमी, लाभावित परिवार -3 हजार 600 के करीब, जल शोधन संयंत्र निर्माण-धसान नदी है।
इनका कहना है-
घुवारा व बडागांव नगर परिषद के लिए नलजल योजना पर काम किया जा रहा है। अब तक 80 प्रतिशत काम हो चुका है। योजना पर काम जल्दी पूरा कर नगर परिषद को हैंडओवर की जाएगी।
योगेंद्र शर्मा, उपयंत्री एमपीयूडीसी

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