महाराजपुर। गर्मियों के मौसम में भले ही तापमान अपनी चरमसीमा के पार जा रहा हो और प्रशासनिक अधिकारी पानी को बचाने के लिए रणनीति तैयार की गई हो लेकिन जब अधिकारियों के अधीनस्थ ही खेला करने लगे तो सारी रणनीति धराशाही नजर आती है।अधिकारियों की उदासीनता के कारण हो रही पानी की बर्बादी
महाराजपुर नगर का बड़ा तालाब जिसे शिवसागर तालाब के नाम से जाना जाता है अभी तक नदियों से बालू का खेल चलता था लेकिन अब नगर में कई अवैध बालू का व्यापार करने वाले माफिया खेतों से मिट्टी की खुदाई करके शिवसागर तालाब के पानी से बालू बना रहे है।
नगर के वार्ड क्रमांक 1 धुबयारा मुहल्ला में तालाब के किनारे दिन हो या रात मिट्टी से बालू बनाने वाले ट्रेक्टर ख?े मिलेंगे। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि इसकी जानकारी पूरे प्रशानिक अमले को है जिसकी सुविधा सभी को दी जाती है इसलिए दिन ओर रात खुले आम व्यापार जारी है।
कलेक्टर के आदेश को किया दरकिनार-
भले ही गर्मी शुरू होते ही जिले के कलेक्टर संदीप गर ने पानी की बूंद बूंद बचाने के लिए पूरे जिले में बोरिंग पर प्रतिबंध लगा दिया और पानी को संरक्षित करने का संदेश दिया लेकिन उनके इस प्रयास को उन्हीं के कर्मचारी ही आइना दिखा रहे हैं क्योंकि नगर में ना तो जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के मौके पर ना रहने का मतलब अवैध कारोबार को मोहन स्वीकृति प्रदान करना है क्योंकि दिन दहाड़े खुले में आंधी रफ्तार से दौड़ते हुई अवैध रहित के ट्रैक्टर इसी बात की ओर इशारा करते हैं कि हमें रोकने वाला कोई नहीं।