छतरपुर। जिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष दीप्ति पाण्डेय ने गुरुवार को कलेक्टर के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर किसानों के साथ सूखा राहत राशि वितरण में हुई धोखाधड़ी की जांच की मांग की है। दीप्ति पाण्डेय ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि उन्होंने पहले भी 2 जून 2025 को इस संबंध में शिकायत सौंपी थी तथा नेता प्रतिपक्ष भोपाल द्वारा भी 23 अगस्त 2025 को सूखा राहत आयुक्त को पत्र भेजा गया था। इसके बाद 22 सितंबर 2025 को जिला प्रशासन ने जांच समिति गठित की थी, लेकिन आज तक छतरपुर तहसील के किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी की जांच पूरी नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 3 अक्टूबर 2025 को जांच समिति को महत्वपूर्ण तथ्यात्मक सबूत सौंपे जा चुके हैं, बावजूद इसके प्रशासन की कार्रवाई केवल गौरिहार तहसील तक सीमित रह गई है, जबकि ऐसी ही अनियमितताएं जिले की अन्य तहसीलों में भी हुई हैं। दीप्ति पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने छतरपुर तहसील के चौका, काशीपुरा और पिपौराखुर्द क्षेत्रों में हुई गड़बडिय़ों के प्रमाण भी प्रशासन को सौंपे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन सत्य को सामने नहीं ला रहा है। कांग्रेस नेता ने मांग की है कि उनके द्वारा दिए गए तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर परिणाम किसानों के सामने सार्वजनिक किए जाएं, साथ ही दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए कठोर व्यवस्था की जाए।

