भोपाल/सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले को हिलाकर रख देने वाले करोड़ों रुपये के हवाला लूट कांड में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना ने सख्त रुख अपनाते हुए आरोपी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में तत्कालीन सिवनी एसडीओपी पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती, अवैध रूप से रोकने, अपहरण और आपराधिक षड्यंत्र जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लखनवाड़ा थाने में अपराध क्रमांक 473/2025 दर्ज किया गया है। आरोपी पुलिसकर्मियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 310(2) (डकैती), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 140(3) (अपहरण) और 61(2) (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
यह मामला 8 अक्टूबर की दरमियानी रात का है, जब कटनी से महाराष्ट्र के जालना ले जाए जा रहे हवाला के करीब तीन करोड़ रुपये को पुलिस टीम ने पकड़ा था। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने पूरी रकम की बरामदगी न दिखाकर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खुर्द-बुर्द कर दिए और व्यापारियों को धमकाकर भगा दिया।
डीजीपी के एक्शन के बाद हरकत में आया पुलिस महकमा
इस सनसनीखेज मामले की जानकारी सामने आने के बाद डीजीपी कैलाश मकवाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओपी पूजा पांडे को निलंबित कर दिया था। इससे पहले जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा ने बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था। अब इस मामले में कुल 11 पुलिसकर्मियों पर निलंबन की गाज गिर चुकी है और आपराधिक प्रकरण भी दर्ज हो गया है।
आईजी ने एसपी को थमाया शो-कॉज नोटिस
मामले में लापरवाही और वरिष्ठ अधिकारियों को समय पर सूचना न देने को लेकर जबलपुर के आईजी प्रमोद वर्मा ने सिवनी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील कुमार मेहता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आईजी ने एसपी से पूछा है कि बरामद किया गया हवाला का पैसा किसका था, इस तथ्य को स्पष्ट क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कार्यशैली में पारदर्शिता की कमी और वरिष्ठ अधिकारियों को अंधेरे में रखने पर भी जवाब तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक, अगर एसपी का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उन पर भी कार्रवाई हो सकती है।
जबलपुर क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच
इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच जबलपुर क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। जबलपुर के एडिशनल एसपी जितेंद्र सिंह को जांच का जिम्मा दिया गया है। सिवनी कोतवाली में हवाला कारोबारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर और अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज मामले की डायरी भी जबलपुर मंगवा ली गई है, ताकि जांच को तेजी से और निष्पक्ष रूप से आगे बढ़ाया जा सके। इस हाई-प्रोफाइल मामले पर पुलिस मुख्यालय की सीधी नजर बनी हुई है।