छतरपुर। मौसम की बेरुखी के चलते खरीफ की फसलों से हाथ धो चुका जिले का किसान वर्ग अब रबी सीजन की फसलों से उम्मीद लगाए बैठा है और बुवाई की तैयारी कर रहा है लेकिन जिले में व्याप्त खाद संकट उनके लिए एक नई परेशानी के रूप में खड़ा है। दरअसल जिले के किसानों को इस समय बोवनी के लिए खाद की जरूरत है जो कि उन्हें नहीं मिल पा रहा है। खाद वितरण केन्द्रों पर हर रोज हजारों की संख्या में किसान पहुंच रहे हैं जिनमें से ज्यादातर को मायूस वापिस लौटना पड़ रहा है। गुरुवार को शहर के सटई रोड पर स्थित खाद वितरण केन्द्र में किसानों की भारी भीड़ देखने को मिली।
ग्राम देरी से आए किसान वृंदावन तिवारी ने बताया कि गांव की समिति में खाद नहीं है, जिस कारण से वे पिछले तीन दिनों से जिला मुख्यालय के खाद गोदाम पर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों की भीड़ इतनी अधिक है कि खाद मिलना तो दूर टोकन तक नहीं मिल पा रहा है। इसी तरह ग्राम पनौठा के किसान राघवेन्द्र पटेल ने बताया कि वह खाद के लिए बेहद परेशान हैं। पिछले 6 दिनों से वे हर रोज सुबह 7 बजे केन्द्र पर आ रहे हैं बावजूद इसके उन्हें खाद नहीं मिल सका है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि केन्द्र पर ब्लैक में खाद दिया जा रहा है जिस कारण से लाइन में लगे लोगों को खाद नहीं मिल पाता। ग्राम जनकपुर के अली खान और पठादा के पप्पू कुशवाहा ने भी इसी तरह की समस्या बताई। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर सहकारी समितियों में खाद न मिलने के कारण वे किराया लगाकर छतरपुर आने को मजबूर हैं और यहां भी उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा। कुछ किसानों ने यह भी कहा कि यदि किसान को एक बार में ही उसकी जरूरत के हिसाब से खाद दे दिया जाए तो किसानों को बार-बार केन्द्र पर नहीं आना होगा और इससे भीड़ भी कम होगी। उल्लेखनीय है कि खाद वितरण केन्द्रों पर किसानों की भीड़ को ध्यान में रखकर सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए हैं, पुलिस की मौजूदगी में किसानों को टोकन देकर खाद वितरण किया जा रहा है।

