@ गौरव गोस्वामी "ब्यूरो छतरपुर"
छतरपुर। अब महाराजा छत्रसाल रेलवे स्टेशन पर लगे हाईटेक कैमरे किसी संदिग्ध या अपराधी का चेहरा स्कैन करते ही सेंट्रल सिस्टम को अलर्ट भेजेंगे। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन और नज़दीकी दूरियां गंज तथा ईशानगर स्टेशन पर कुल 20 आधुनिक कैमरे लगाने की योजना की पुष्टि की है, जिनके माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ होगी।
कैमरों में वीडियो एनालिटिक्स और फेस-रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर स्थापित होंगे। कैमरे स्टेशन में आने वाले सभी यात्रियों का डेटा केंद्रीय सर्वर पर भेजेंगे और डेटाबेस से मिलान होगा। अगर मिलान सफल हुआ तो कैमरे से जुड़े अलार्म बजेंगे और सुरक्षा बलों को तुरंत सूचना मिलेगी। आरपीएफ समेत सुरक्षा में तैनात अफसर अपने मोबाइल फोन से भी इन कैमरों की निगरानी कर सकेंगे। वीडियो डेटा 30 दिनों तक सहेजा जाएगा तथा अंधेरे में भी स्पष्ट इमेज प्राप्त करने की क्षमता होगी। यह सुविधा पहले से झांसी रेल मंडल के एक दर्जन से अधिक स्टेशनों पर लागू है और अब इसे छतरपुर में भी लागू किया जा रहा है।जानकारी के अनुसार इस प्रणाली के जरिए अपराधियों की पहचान राष्ट्रीय स्तर के क्रिमिनल डेटाबेस के साथ कराई जाएगी ताकि संदिग्धों पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सके। स्टेशन पर लगे कैमरे और सॉफ़्टवेयर से ना केवल चोरी, लूट और वैचारिक अपराधों पर नजऱ रखी जा सकेगी, बल्कि भीड़-नियंत्रण व आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया भी सुनिश्चित होगी। रेलवे से जुड़े तकनीकी स्रोतों ने बताया कि नए कैमरे व सॉफ़्टवेयर की स्थापना तथा परीक्षण चरण क्रमश: पूरा किया जाएगा और जल्द ही पूरी प्रणाली सक्रिय कर दी जाएगी।

