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ये कैसा न्याय : गढ़ीमलहरा थाना पुलिस का कार्यनामा, फरियादी को ही बना दिया आरोपी

 

 

 न्याय की गुहार लगाने आवेदन लेकर थाने पहुंचा फरियादी, मुंसी प्रदीप ने बना दिया 151 का आरोपी।
छतरपुर। भाजपा सरकार में पुलिस की कार्यप्रणाली के चलते अब फरियादी भी सुरक्षित नहीं है। छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा थाने में न्याय के लिए आवेदन देने आये फरियादी को ही गढ़ीमलहरा थाना पुलिस ने 151 का आरोपी बना दिया। फरियादी को कुसूर सिर्फ इतना था कि वह अपने शिकायत लेकर थाने पहुंच गया फिर क्या था पुलिस ने ऐसी कार्यवाही कर दी कि यह देखकर और सुनकर को भी पीडि़त थाने जाने की हिम्मत नहीं जुटा पायेंगे। एक तरफ एसपी अगम जैन फरियादियों को न्याय दिलाने की बात करते तो वही जमीनी हकीकत देखी जाये तो फरियादियों को ही पुलिस आरोपी बनाकर कार्यवाही करने में लगी हुई है जिससे पीडि़तों और फरियादियों का पुलिस पर से विश्वास उठता जा रहा है। गढ़ीमलहरा थाने का एक ऐसा ही मामला गुरुवार को सामने आया जहां पर थाने में पदस्थ मुंशी प्रदीप तिवारी ने न्याय के गुहार लगाने आए फरियादी को ही आरोपी बना दिया। क्या है मामला गढ़ीमलरा थाना अंतर्गत ग्राम कुर्राहा निवासी आमीन खान ने थाने में आवेदन देते हुए बताया कि गांव में ही रात में जब वह पैदल घटिया मुहल्ले से घर जा रहा था तभी रास्ते में सद्दाम खान पिता नसरे खां ने उसे रोक लिया और शराब के लिए पैसों की मांग करने लगे जब पैसे नहीं दिये तो सद्दाम ने जमबरन मारपीट और गाली गलौज करते हुए जबरन 7 हजार रुपये छीन लिये। आमीन ने बताया कि इसी की शिकायत करने के लिए वह थाने गाया था लेकिन पुलिस ने उसे ही थाने में बिठा लिया और 151 की कार्यवाही कर दी। पूर्व मेंं लिये उधारी के पैसे दे चुका था आमीन आमीन ने बताया कि पूर्व में सद्दाम से पैसे उधार लिये थे जिसे वह लौटा चुका है। सद्दाम और पैसों की मांग कर रहा था जिससे देने से मेने इंकार कर दिया तभी से सद़दाम मुझसे बुराई मानने लगा और रात में मुझे घटिया मुहल्ले में रोक लिया और दारु के लिए पैसों की मांग करने लगा पैसे नहीं दिये तो जबरन मारपीट और गाली गलौज करते हुए 7 हजार रुपये छीन लिये। पुलिस ने पीडि़त के पैसे दिलाने की वजाए बना दिया आरोप पीडि़त आमीन ने कहा कि पैसे छिन जाने के बाद वह आवेदन लेकर थाने इसलिए गया था कि पुलिस उसे न्याय दिलायेंगी और उसके पैसे उसे वापस दिला देगी लेकिन पुलिस ने मुझे ही थाने में बिठा लिया। इसके बाद पुलिस ने पैसे छीनने वाले युवक सद्दाम को थाने बुलाया और उसे भी थाने में बिठा दिया। सद्दाम थाने के अंदर ही मुझसे विवाद करने लगा इसके बाद पुलिस ने मुझ पर और सद्दाम पर 151 की कार्यवाही कर दी। जबकि मैने सद्दाम से कुछ भी नहीं कहा सब कुछ सुनता रहा । पुलिस ने सद्दाम से मैरे पैसे वापस करने की बात भी नहीं कही और 151 की कार्यवाही कर दी। पुलिस कार्यवाही पर उठ रहे सवाल पीडि़त आमीन के परिजनों ने कहा कि मेरे बेटे के पैसे रात में जबरन छीन लिये गये। शिकायत की तो छीने गये पैसे तो पुलिस ने नहीं दिलाये उल्टा आमीन पर ही कार्यवाही कर दी। पीडि़त परिवार ने कहा कि पुलिस से अब न्याय की उम्मीद भी टूट गई। अगर पुलिस पीडि़तों पर ही मामले दर्ज करेंगी तो फिर पीडि़तों को कहा और कैसे न्याय मिलेगा। वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई मामले की जानकारी गढ़ीमलहरा पुलिस ने न्याय मांगने थाने पहुंचे फरियादी को ही आरोपी बना दिया इसकी सूचना आईजी हिमानी खन्ना, डीआईजी, एसडी अगम जैन सहित नौगांव एसडीओपी को दी गई। अधिकारियों को इस मामले की जानकारी लगने के बाद गढ़ीमलहरा पुलिस ने अधिकारियों को गुमराह करने और अपना पल्ला झडऩे के लिए अधिकारियों को गलत जानकारी दे दी। पुलिस कहा दिया कि फरियादी और आरोपी दोनों थाने में लडऩे लगे इस वजह से 151 कर दी। जबकि हकीकत कुछ और ही है। थाने में विवाद करने का दिया हवाला... जैसे ही गढ़ीमलहरा पुलिस द्वारा की गई फरियादी को आरोपी बनाने की कार्यवाही मीडिया में आई तो वैसे ही पुलिस ने यह कह दिया कि थाने में फरियादी और आरोपी झडक़ कर रहे थे इस वजह से उन पर 151 लगा दी। जबकि थाने के सीसीटीव्ही कैमरे देखे जाये और किसी वरिष्ठ अधिकारी से इसकी जांच कराई जाये तो पूरा मामला उजागर हो जायेगा। सीसीटीव्ही की होनी चाहिए जांच भले ही गढ़ीमलहरा थाना पुलिस और मुंसी प्रदीप तिवारी कुछ कहानी बना रहे है लेकिन हकीकत तो थाने में लगे सीसीटीव्ही कैमरों में कैद है। अगर थाने की सीसीटीव्ही फुटेज निकाली जाये तो साफ हो जायेगा कि फरियादी और आरोपी वाकई में विवाद कर रहे थे या फिर मुंसी जी की कुछ और ही मंशा थी। पीडि़त के परिजन डीआईजी, एसपी से करेंगे शिकायत पीडि़त परिवार ने कहा कि पुलिस की इस तरह की कार्यवाही से अब पुलिस पर से भी विश्वास उठ गया है। बेटे के पैसे छीन लिये गए न्याय के लिए थाने गये तो बेटे को ही आरोपी बना दिया। पैसे भी गये और बेटी पर केश भी लग गया। पीडि़त परिवार ने कहा कि गढ़ीमलहरा पुलिस के द्वारा यह सब किया गया है इसकी शिकायत डीआईजी और एसपी से करेंगे साथ ही पीडि़तों को आरोपी बनाने वाले दोषी मुंसी और पुलिस पर सख्त कार्यवाही की मांग करेंगे। 
जांच करवाता हूं: एसडीओपी जब इस संबंध में नौगांव एसडीओपी से बात की गई तो उनका कहना था फरियादी को आरोपी बनाकर 151 की कार्यवाही की गई है तो इसकी जांच कराई जाएगी साथ ही सीसीटीव्ही कैमरों की फुटेज भी देखी जायेगी इसमें जो भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी।

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