@हमीरपुर ब्यूरो,इंतजार हुसैन
उत्तरप्रदेश,हमीरपुर। विकासखंड सुमेरपुर के ग्राम मौहर में भ्रष्टाचार और दबंगई का एक गंभीर मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान राममिलन निषाद और क्षेत्र के कई प्रधानों ने जिलाधिकारी हमीरपुर को ज्ञापन सौंपकर राजस्व लेखपाल छत्रपाल सिंह पुत्र बाबू सिंह पर रिश्वतखोरी, पक्षपात और सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। प्रधानों का कहना है कि जब से लेखपाल के भ्रष्टाचार की शिकायत की गई है, तभी से वह प्रधानों के प्रति वैमनस्यता रखता है और विरोधियों से मिलकर झूठे आरोप गढ़ रहा है। प्रधानों द्वारा दिए गए ज्ञापन के अनुसार, 03 अक्टूबर 2025 को राजस्व लेखपाल छत्रपाल सिंह कुछ दबंग किस्म के लोगों के साथ बिना किसी उच्चाधिकारी के आदेश के ग्राम मौहर की गौशाला में घुस आया। आरोप है कि लेखपाल और उसके सहयोगियों ने वहां उपस्थित प्रधान राममिलन निषाद के साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। यह घटना गांव में तनाव का कारण बन गई।इस संबंध में विकासखंड सुमेरपुर के कई ग्राम प्रधान — वंदना सचान, अशोक यादव, साधना तथा राममिलन निषाद ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी हमीरपुर को ज्ञापन देकर मामले की निष्पक्ष जांच और लेखपाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि आगे से किसी भी ग्राम प्रधान या जनप्रतिनिधि के खिलाफ आने वाली शिकायतों को बिना शपथपत्र के स्वीकार न किया जाए, ताकि झूठे और राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित आरोपों पर रोक लग सके। प्रधानों ने मांग की है कि यदि कोई शिकायत असत्य पाई जाती है,तो शिकायतकर्ता के विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जाए।इस घटना को लेकर ग्रामवासियों में भी रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को शीघ्र हस्तक्षेप कर निष्पक्ष जांच करानी चाहिए ताकि गांव में कानून-व्यवस्था बनी रहे और ईमानदार जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा और सम्मान मिल सके।
 
