छतरपुर। जिले में रेत माफियाओं के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। दरअसल बीते रोज छतरपुर एसडीएम ने रेत का अवैध परिवहन कर रहे तीन ट्रैक्टर पकड़कर सिविल लाइन थाना में रखवाए थे लेकिन कुछ ही देर बाद कथित तौर पर रेत माफिया थाने के भीतर रखे यह ट्रैक्टर लेकर चले गए। मौके पर मौजदू एक व्यक्ति इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद यह घटनाक्रम चर्चा का विषय बन गया। छतरपुर कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेकर एसडीएम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है, साथ ही प्रकरण की जांच के लिए एक टीम भी गठित की है। हालांकि वर्तमान में उक्त तीनों ट्रैक्टर शहर के ओरछा रोड थाना में खड़े हुए हैं।
यह है मामला
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह करीब 7 बजे सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पन्ना रोड पर फोर लाइन के पास से एसडीएम अखिल राठौर ने रेत का अवैध परिवहन कर रहे तीन ट्रैक्टरों को पकड़ा था और उन्हें सिविल लाइन थाना में रखवाया था। यह ट्रैक्टर बरकौंहा निवासी दीपक यादव, कैलाश यादव और मनोज तिवारी के बताए गए थे। वाहन थाने में रखवाए जाने के उपरांत कुछ ही देर बाद इन ट्रैक्टरों को थाने से ले जाया जा रहा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस संबंध में जब एसडीएम अखिल राठौर से बात की गई तो उन्होंने तीन ट्रैक्टरों पर कार्रवाई करने और ट्रैक्टरों को थाने में रखवाने की पुष्टी की। जबकि सिविल लाइन थाना प्रभारी सतीश सिंह का कहना था कि उन्हें इस कार्रवाई और वाहनों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सुबह ट्रैक्टर थाने में रखवाए गए थे और दोपहर में पटवारी कोई प्रतिवेदन दिए बिना ट्रैक्टर लेकर चले गए। इसके अलावा खनिज विभाग के सहायक निरीक्षक अशोक दुबे ने भी मामले से अनभिज्ञता जाहिर की जांच की बात कही। थाने से ट्रैक्टर ले जाए जाने के वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने मामले को संज्ञान में लेकर तुरंत एसडीएम अखिल राठौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया और अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में एक जांच टीम गठित कर मामले की विस्तृत जांच के निर्देश दिए।
रविवार की सुबह एसडीएम अखिल राठौर से पुन: इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि कल जिन ट्रैक्टरों को पकड़ा गया था, वह ओरछा रोड थाना में रखवाए गए हैं।

