लवकुशनगर। थाना क्षेत्र के अंतर्गत फर्जी नंबर प्लेट लगाकर घूमने वाले युवक के खिलाफ आखिरकार पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मामला 20 अक्टूबर 2025 की रात का है, जब आवेदनकर्ता गुलर खान ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनकी गाड़ी जैसी एक कार तेज रफ्तार में देखी गई है।
गुलर खान ने बताया कि रात करीब 10:39 बजे दुष्यंत उर्फ पुट्टी रावत का फोन आया कि गुलर भाई, इतनी तेज कार कहां लेकर जा रहे हो? इस पर उन्होंने बताया कि वे घर पर हैं और गाड़ी भी घर पर ही खड़ी है। इसके बाद उन्होंने दुष्यंत को कार का पीछा करने को कहा और खुद भी मौके की ओर रवाना हुए।लवकुशनगर थाना क्षेत्र के हंसपुरा और सिंहपुर के बीच दलदल में वह संदिग्ध कार फंस गई थी। कार चालक मौके से फरार हो गया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कार की तलाशी में वाहन का डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन, बीमा और प्रदूषण प्रमाणपत्र बरामद हुआ। दलदल में फंसी कार को निकालना संभव न होने पर उसे वहीं छोड़ दिया गया, लेकिन अगले दिन जब पुलिस बल के साथ दोबारा मौके पर पहुंचे तो कार वहां से गायब थी।
घटना के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था। पुलिस ने बिना वाहन थाने लाए 25 सौ रुपये का चालान कर दिया था, जिस पर नगरवासियों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। बढ़ते दबाव और जांच के बाद शुक्रवार की दोपहर पुलिस ने आरोपी युवक सचिन तिवारी के खिलाफ धारा 336(1) के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

