छतरपुर। जिले के लवकुशनगर क्षेत्र में बीती शाम एक दर्दनाक हादसे में एक मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसकी छोटी बहर गंभीर रूप से घायल है। बताया गया है कि हादसे के बाद गांववालों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। करीब एक घंटे बाद जेसीबी की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन इस बीच बड़ी बहन की मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना बगमऊ गांव के पास हुई, जहां राजेश रजक की बेटियां सोनम (12) और खुशबू (10) बकरी चराने खेत में गई थीं। बारिश होने पर दोनों चट्टान के नीचे बैठ गईं, तभी मिट्टी धंसने से चट्टान उनके ऊपर आ गई। गांववालों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। करीब एक घंटे बाद जेसीबी की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन इस बीच सोनम की मौत हो गई। वहीं खुशबू को डायल-112 की मदद से लवकुशनगर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बच्चियां अपने चाचा राकेश के पास रहती थीं, उनके माता-पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं। परिजनों ने बताया कि गांव के पास की पत्थर खदान के संचालक ने खेत में पत्थरों का ढेर डाला था, जिससे यह हादसा हुआ है। बच्ची के चचेरे भाई संदीप रजक ने बताया कि यह घटना पूरी तरह खदान की लापरवाही का परिणाम है। परिजनों ने यह भी बताया कि कटहरा क्षेत्र में फॉच्र्यून कंपनी पिछले 35 वर्षों से पत्थर खनन कर रही है, जिससे कई हादसे हो चुके हैं। कुछ महीने पहले इसी कंपनी के ट्रक ने गांव के दो लोगों को कुचल दिया था, जिनकी मौत हो गई थी। इसके बावजूद कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और पुलिस हर बार मामला दबा देती है।इनका कहना
बच्चियां खेत पर रखे चट्टाननुमा पत्थर के नीचे बैठी थीं, तभी मिट्टी धंस गई और चट्टान लुढ़क गई। मृतक बच्ची का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है, जबकि घायल बच्ची का इलाज जारी है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नवीन दुबे, एसडीओपी, लवकुशनगर

