खजुराहो। नगर से करीब 30 किलोमीटर दूर कदारी गांव में विंध्यवासिनी माता मंदिर के समीप एक प्राचीन कुआं अचानक सामने आने से सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह कुआं रातोंरात प्रकट हुआ और इसमें लगी ईंटें करीब 200 साल पुरानी प्रतीत होती हैं। कुएं के पानी को लेकर ग्रामीणों द्वारा चमत्कारी दावे किए जा रहे हैं, हालांकि इनकी वैज्ञानिक पुष्टि अभी बाकी है।
दैवीय कृपा मान रहे ग्रामीणों ने शुरु किया पूजा-पाठ
खेत मालिक हनुमत विश्वकर्मा ने बताया कि दो दिन पहले उनके खेत में एक ड्रम रखा था, जो कि अचानक गायब हो गया था और ड्रम के स्थान पर एक छोटा गड्ढा दिखाई देने लगा था। अगली जब वे खेत पर पहुंचे तो वहां पूरा कुंआ था। उन्होंने बताया कि कुएं की गहराई लगभग 20-25 फीट है और इसमें 3-4 फीट पानी भरा हुआ है। ग्रामीण वीरेंद्र बिंदुआ ने बताया कि कुएं में लगी ईंटें करीब 200 साल पुरानी प्रतीत होती हैं, जिससे यह प्राचीन होने का संकेत मिलता है। कुएं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दूर-दूर से लोग इसे देखने पहुंच रहे हैं। कई स्थानीय लोगों का दावा है कि कुएं के पानी से घुटनों का दर्द और बुखार जैसी समस्याएं ठीक हो रही हैं। हालांकि, यह सभी दावे व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित हैं और अभी तक प्रशासन या विशेषज्ञों द्वारा इसकी कोई वैज्ञानिक जांच नहीं की गई है। ग्रामीण इसे विंध्यवासिनी माता की कृपा मान रहे हैं और कुएं के दर्शन कर इसका जल लेने पहुंच रहे हैं।