ग्वालियर-चंबल संभाग सहित देश भर के 12,000 से अधिक निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर है। केएमजे लैंड डेवलपर्स चिटफंड कंपनी द्वारा ठगे गए लोगों को लगभग 11 साल के लंबे इंतजार के बाद उनका पैसा वापस मिलने की उम्मीद जगी है। प्रशासन कंपनी की 51 संपत्तियों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है, जिनकी अनुमानित कीमत ₹34 करोड़ 58 लाख है।
मुख्य बिंदु:
नीलामी की प्रक्रिया शुरू: प्रशासन ने केएमजे लैंड डेवलपर्स की 51 कुर्क संपत्तियों को नीलाम करने की तैयारी शुरू कर दी है। नीलामी से प्राप्त राशि का उपयोग निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए किया जाएगा।
मूल्यांकन समिति: संपत्तियों का बाजार मूल्य तय करने के लिए जिला पंजीयक, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कार्यपालन यंत्री और तहसीलदार की एक तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है।
कानूनी अड़चन दूर: पहले उत्तर प्रदेश के कुछ निवेशकों द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के कारण नीलामी पर रोक लग गई थी। अब याचिका वापस ले ली गई है, जिससे नीलामी का रास्ता साफ हो गया है।
2011 से चल रहा मामला: कंपनी ने लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर निवेश कराया था। 2011 में जब पॉलिसी पूरी होने पर कंपनी ने पैसा नहीं लौटाया, तो तत्कालीन कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए संपत्तियां कुर्क की थीं और डायरेक्टरों पर FIR दर्ज कराई थी।
निवेशकों में मजदूर वर्ग अधिक: पैसा निवेश करने वालों में ज्यादातर मजदूर वर्ग के लोग शामिल हैं, जिन्होंने भविष्य की जरूरतों के लिए अपनी बचत का निवेश किया था।
अन्य चिटफंड कंपनियों की स्थिति
परिवार डेयरी: इस कंपनी के 55,000 निवेशकों का पैसा मद्रास हाईकोर्ट के एक आदेश के कारण रुका हुआ है। ग्वालियर प्रशासन ने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर फैसला आना बाकी है।
अन्य कंपनियां: जिले में 100 से अधिक चिटफंड कंपनियों ने लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। कलेक्ट्रेट में एक लाख से अधिक निवेशकों के आवेदन जमा हैं।
विभिन्न कंपनियों की कुर्क संपत्ति का विवरण
कंपनी का नाम | कुल संपत्ति | मूल्यांकन (रुपये में) |
केएमजे | 51 | ₹34,58,49,123 |
परिवार डेयरी | 55 | ₹73,51,02,434 |
गरिमा रियल एस्टेट | 21 | ₹9,87,37,271 |
बीपीएन रियल एस्टेट | 02 | ₹42,37,920 |
जीकेए मार्केटिंग लि. | 02 | ₹15,17,670 |
उम्मीद कॉर्पोरेशन | 01 | ₹96,61,108 |
स्काईलाईक लैंड डेवलपर्स लि. | 01 | ₹56,58,000 |
कुल योग | 149 | ₹1,20,07,63,526 |
अधिकारी का बयान
अपर कलेक्टर सीबी प्रसाद ने कहा है कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है और इन कंपनियों से संबंधित फाइलों का अध्ययन करने के बाद ही वे इस मामले पर विस्तृत जानकारी दे पाएंगे।