छतरपुर। गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र के एक गांव में आश्रम के पुजारी पर प्रसाद देने के बहाने दो नाबालिग बच्चियों के साथ घिनौनी हरकत किए जाने के गंभीर आरोप लगे हैं। यह भी आरोप है कि पुजारी ने एक बच्ची के गुप्तांग में दातों से बुरी तरह काटा है। पीडि़त बच्चियों के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने उक्त घिनौना कृत्य करने वाले पुजारी को हिरासत में लेकर उसके विरुद्ध पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। रात के वक्त ही पुलिस ने बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा था लेकिन संवेदनशील मामले में भी स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही दिखाते हुए करीब 12 घंटे बाद पीडि़त बच्चियों की जांच की।
यह है मामला-पीडि़त बच्चियों के परिजनों के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर में 5 और 6 साल की दोनों चचेरी बहनें गांव में मौजूद अपने एक घर से दूसरे घर की ओर जा रही थीं तभी गांव के महाकाल आश्रम के पुजारी चरणदास पुत्र सरजू उम्र करीब 60 वर्ष निवासी ग्राम ऊजरा, प्रसाद देने के बहाने उन्हें आश्रम के निर्माणाधीन मंदिर में ले गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद आरोपी पुजारी ने न केवल बच्चियों के साथ घनौनी हरकत की बल्कि एक बच्ची के गुप्तांग में दातों से बुरी तरह काटा, जिससे बच्ची को गंभीर चोट आई है। मंदिर से निकलकर घर जाने के बाद बच्चियों ने पूरी घटना परिजनों को बताई, जिसके बाद परिजन बच्चियों को साथ लेकर गढ़ीमलहरा थाना पहुंचे और पुजारी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई। आरोप यह भी है कि जब बच्चियों ने अपने माता-पिता को घटना बताई और परिजन, पुजारी के पास गए तो उसके द्वारा परिजनों पर त्रिशूल से हमला भी किया गया। वहीं गांव के कुछ अन्य लोगों ने बताया कि यह तीसरी बार है जब पुजारी ने इस तरह की हरकत की है। इससे पहले दो बार शिकायतें सामने आईं और दोनों बाद पुजारी को समझाइश देकर छोड़ दिया था लेकिन इस बार पुजारी ने सारी हदें पार कर दी हैं।
संवेदनशील मामले में स्वास्थ्य विभाग ने दिखाई लापरवाही, देरी से हुई जांच-
उल्लेखनीय है कि परिजनों द्वारा थाने में मामले की शिकायत किए जाने के बाद रात के वक्त ही पुलिस ने बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा था लेकिन संवेदनशील मामला होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग द्वारा लापरवाही की गई। शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की दोपहर 12:30 बजे तक पीडि़त बच्चियों की मेडिकल जांच नहीं हो सकी। जब मीडिया ने मामले में हस्ताक्षेप किया तब जाकर जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड की इंचार्ज वर्षा चतुर्वेदी ने मामले को संज्ञान में लिया और डॉ. साक्षी गंगेले को जांच के लिए कहा। डॉ. गंगेले ने बताया कि बच्ची के साथ गलत कार्य करने का प्रयास किया गया है, एमएलसी हो चुकी है और इलाज जारी है, अब बच्ची स्वस्थ है।
इनका कहना-
शुक्रवार को घटना संज्ञान में आई थी, प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है, संबंधित आरोपी को हिरासत में लिया गया है पूछताछ की जा रही है। आरोपी पर पहले से कोई अपराध दर्ज नहीं है।
अमित मेश्राम, एसडीओपी, नौगांव
आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पास्को एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए महिला पुलिस कर्मियों के साथ जिला अस्पताल भेजा गया। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
रीता सिंह, थाना प्रभारी, गढ़ीमलहरा