छतरपुर।नौगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बिलहरी में राशन वितरण को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि एक युवक की जान चली गई। यह घटना केवल व्यक्तिगत झगड़े तक सीमित रहती, लेकिन कुछ जनप्रतिनिधियों और सामाजिक तत्वों द्वारा इसे जातिगत रंग देकर पूरे मामले को भड़काने की कोशिश की गई। इस घटनाक्रम के बाद समाज में तनाव की स्थिति बन गई है।
घटना के अनुसार, गांव में राशन लेने के दौरान हुई कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया। बताया जा रहा है कि कुछ लोग अचानक एक घर में घुस आए, जिसके बाद आत्मरक्षा में गोली चलाई गई और उसी गोली से एक युवक की मौत हो गई। यह स्पष्ट रूप से व्यक्तिगत झगड़े की घटना थी, लेकिन कुछ लोग इसे ब्राह्मण समाज के खिलाफ साजिश के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।घटना के बाद मृतक के परिजनों और उनके समर्थकों ने सरेआम ब्राह्मण समाज के खिलाफ अभद्र एवं अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। इस पर विरोध दर्ज कराने के लिए नौगांव से एक सर्व समाज प्रतिनिधिमंडल छतरपुर एसपी कार्यालय पहुंचा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।प्रतिनिधिमंडल की ओर से मांग की गई कि इस पूरे प्रकरण में नवीन पटेरिया, जो कि आरोपी नहीं हैं, को झूठे आरोपों से मुक्त किया जाए और उन लोगों पर कार्रवाई की जाए जिन्होंने सार्वजनिक रूप से ब्राह्मण समाज के प्रति घृणित व अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया।विरोध स्वरूप सौंपे गए ज्ञापन को लेकर एक और असंतोष तब उत्पन्न हुआ जब एडिशनल एसपी विदता डागर ज्ञापन लेने के लिए अपने कक्ष से बाहर ही नहीं निकलीं। अंततः सीएसपी अमन मिश्रा ने ज्ञापन को स्वीकार किया और हालांकि फिर अपने चेंबर में प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनीं।
इस पूरे मामले ने जिले में जातिगत तनाव की संभावना को बढ़ा दिया है। समाज के जिम्मेदार लोगों और प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वे संवेदनशीलता और निष्पक्षता से काम लेते हुए माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखें और दोषियों पर उचित कार्रवाई करें।