
छतरपुर। शहर के ओरछा रोड थाना क्षेत्र में एक प्रेमी जोड़ी द्वारा कोर्ट मैरिज किए जाने के बाद युवक और युवती के परिजनों के बीच विवाद होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले को शांत कर युवती को उसके परिजनों के हवाले कर दिया, जिस पर युवक पक्ष ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए युवती के बयान लिए बिना उसे सौंपने की शिकायत की है। इस मामले में युवक पक्ष ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लड़की के बयान दर्ज कराए जाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अजनर थाना क्षेत्र की 19 वर्षीय सुनीता अनुरागी और छतरपुर के ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम देरी निवासी 21 वर्षीय अनिल अहिरवार की दो साल पहले इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। 15 मई 2025 को दोनों ने छतरपुर न्यायालय में कोर्ट मैरिज की और जटाशंकर मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी रचाई। शुक्रवार की सुबह सुनीता के परिजन अनिल के घर पहुंचे, जहां विवाद शुरू हो गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद ओरछा रोड पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। थाना प्रभारी दीपक यादव ने पूछताछ के बाद सुनीता को उसके परिजनों को सौंप दिया, लेकिन इस दौरान अनिल के परिजनों ने थाने में हंगामा किया। उनका कहना है कि सुनीता अपने परिजनों के साथ जाना नहीं चाहती थी, और पुलिस ने बिना उसका बयान लिए उसे सौंप दिया। अनिल को कुछ समय के लिए हिरासत में रखा गया, लेकिन मामला शांत होने के बाद उसे छोड़ दिया गया। अनिल के परिजनों ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों बालिग हैं और उनकी शादी वैध है। उन्होंने एसपी कार्यालय में आवेदन देकर दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराने और न्याय की मांग की है। ओरछा रोड थाना प्रभारी दीपक यादव ने बताया कि मामले की जांच जारी है और दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी।