छतरपुर। हाल ही में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में शनिवार को छतरपुर शहर पूरी तरह से बंद रहा। सुबह से ही चौक बाजार, बजरिया, पुरानी तहसील रोड सहित शहर का प्रमुख बाजार पूरी तरह बंद रहा। व्यापारी संगठनों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई और सरकार से हमले के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
व्यापारी आनंद अग्रवाल ने बताया कि हिंदू समाज के लोगों पर हुए इस नृशंस हमले ने हर दिल को आहत किया है। सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वेच्छा से बंद रखे और घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्य समाज में भय का वातावरण फैलाते हैं, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार से मांग की गई कि दोषियों को कठोरतम सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके। एक अन्य व्यापारी कल्लू मोर ने कहा कि सभी व्यापारियों ने छतरपुर बंद को पूर्ण समर्थन देते हुए बाजार बंद रखा है। ऐसी घटनाएं देश की अखंडता पर आघात करती हैं, इसलिए इस पर सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं।दोपहर के वक्त चौक बाजार पर व्यापारी संगठनों ने एक सभा का आयोजन किया, जिसमें दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सभा के दौरान व्यापारियों ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। वहीं शाम के समय एडीएम मिलिंद नागदेवे, चौक बाजार पर मौजूद व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल के समक्ष पहुंचे, जहां उन्हें ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कानून लागू करने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की गई। बंद के दौरान पूरा शहर दिनभर शांतिपूर्ण और अनुशासित रहा, जिससे यह संदेश गया कि छतरपुर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और देश की अखंडता के साथ खड़ा है।