छतरपुर। जनपद पंचायत गौरिहार में ग्राम पंचायत महयाबा की सचिव द्वारा 65 लाख से अधिक फर्जी भुगतान की शिकायत गत दिनों ग्रामीणों ने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर से की थी। जिसमें जांच के बाद सचिव को हटाए जाने की भी मांग रखी गई थी।
फर्जीवाड़े की पुष्टि इस बात से हुई है कि जून 2024 में सचिव द्वारा गांव के ही विशाली पाल के समीप स्थित शासकीय कूप की मरम्मत की स्वीकृत राशि बिना कार्य के फर्जी तरीके से सेल्समैन शिवदत्त सेन के खाते में ट्रांसफर कर दी गई थी। अब शिकायत के बाद कूप मरम्मत का कार्य लगभग 10 माह बाद कराया जा रहा है। मरम्मत का कार्य आनन-फानन में लागलपेटकर हो रहा है ताकि शिकायत का भौतिक सत्यापन हो सके। अधिकारी भी सचिव के इस कारनामे को छिपाने में लगे हैं जिससे जांच पूर्व कागजों में दिख रहे निर्माण कार्य मौके पर दिखाई देने लगे। मरम्मत कार्य में हो रही लीपापोती से स्पष्ट है कि कार्य की गुणवत्ता से कोई लेना देना नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत की सचिव श्रीमती रचना मिश्रा द्वारा बिभिन्न निर्माण कार्यो के बदले सेल्समैन शिवदत्त सेन को 40 लाख से अधिक, हरवंशपुर निवासी सूरेश मिश्रा को 20 लाख व अन्य को 10 लाख से अधिक का फर्जी भुगतान किया गया है। अब शिकायत के बाद भ्रष्टाचार की परतों को ढकने की कोशिशें की जा रही हैं, कहीं कागजों की पूर्ति तो कहीं मौके पर निर्माण कार्य में लीपापोती की जा रही है। जानकारों का मानना है कि इस पूरे मामले में कलेक्टर को जांच कर दोषी सचिव के विरुद्ध सेवा से पृथक करने की कार्रवाई करनी चाहिए।