महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ महर्षि आश्रम में शिक्षक को बच्चों की गलती पर दंड देना पड़ा महंगा
सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीक चौबे ने बारीकी से पूछताछ की तो खुला पूरा राज, आरोप लगाने वाले छात्र ने उंगली सच्चाई
मामले को तूल देकर शिक्षक को बदनाम करने की साजिश हुई नाकाम
छतरपुर। गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:। गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।। आपने गुरु द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी तो सुनी होगी जिसमें द्रोणाचार्य द्वारा गुरु दक्षिणा माँगे जाने पर एकलव्य ने अपने दाएं हाथ का अंगूठा काट कर दे दिया था, लेकिन आज गुरु के द्वारा अगर गलती करने पर शिष्य को दंडित किया जाए, और गलती सुधरने के लिए कहा जाए तो शिष्य गुरु को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते, ऐसा ही एक मामला छतरपुर जिले के महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ महर्षी आश्रम में देखने को मिला जहां पर गुरुजी टीकाराम शर्मा ने छात्रों को पढ़ाई न करने पर दंडित किया तो छात्रों ने ऐसा षड्यंत्र रचा कि शिक्षक को बदनाम ही कर डाला, छात्रों ने गुरु को बदनाम करने और महर्षी आश्रम से भगाने के लिए गुरुजी पर ही गलत काम करने के आरोप लगा दिए, फिलहाल इस मामले को काफी तूल दिया गया जिसके चलते शिक्षक टीकाराम शर्मा ने विद्यापीठ के शिक्षक पद से इस्तीफा दे दिया, डेरी रोड पर स्थित महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ महर्षी आश्रम जब सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीक चौबे पहुंचे और छात्रों से बारीकी से पूछताछ की तो पूरी सच्चाई सामने आ गई, छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि विद्यापीठ के शिक्षक टीकाराम शर्मा के द्वारा मारपीट की गई थी जिस कारण से उन्हें भगाने के लिए हम लोगों ने गलत काम करने के आरोप लगा दिए, थानाप्रभारी वाल्मीक चौबे के द्वारा पूछताछ करने के बाद छात्रों ने पूरी सच्चाई उगल दी...क्या कहा छात्र ने सुने।