@विनोद कुमार जैन
बकस्वाहा। बकस्वाहा में स्थित मृतक परीक्षण केंद्र, जिसे आमतौर पर पोस्टमार्टम हाउस के नाम से जाना जाता है, लगभग पचास वर्षों से जर्जर स्थिति में है और अब खुद अपनी मरम्मत और नवीनीकरण का इंतजार कर रहा है। यह भवन न केवल अपनी ऐतिहासिक उम्र को बयाँ करता है, बल्कि अब इसकी संरचनात्मक स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि इसका किसी भी समय ढह जाना संभावित है। ऐसे में इसके नवीनीकरण की आवश्यकता और भी अधिक बढ़ गई है।
इस मृतक परीक्षण केंद्र में एक आंगन और एक 12x12 फीट का कमरा, एक टूटा दरवाज़ा शामिल है। हाल की भारी बारिश के कारण इस शासकीय इमारत की स्थिति और भी खराब हो गई है, और अब यह हालत में अन्य विभागों की इमारतें भी शामिल हैं जैसे कि शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, पशु चिकित्सालय, पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग। इन सभी भवनों की खस्ताहाली को देखते हुए कलेक्टर के आदेश पर तहसीलदार भरत पांडे ने इन इमारतों का निरीक्षण किया, जिसमें पोस्टमार्टम हाउस को विशेष रूप से जर्जर पाया गया। इसके नवीनीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को आदेशित किया गया है।
नगर के शिशु पाल बाल्मीकि, जिन्हें स्थानीय स्तर पर गुड्डू बाल्मीकि के नाम से जाना जाता है, पिछले डेढ़ साल से आऊटसोर्स पर स्वीपर के पद पर नियुक्त हैं। वे एक मात्र ऐसे व्यक्ति है जो असमय मृत्यु के मामलों के मृत शरीर परीक्षण में डाक्टर की सहायता के लिए ही उपलब्ध रहते हैं। हालांकि, उन्हें नियमित रूप से मेहनताना नहीं मिल पाता, जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पढता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सत्यम असाटी ने भी स्वीकार किया कि पोस्टमार्टम हाउस की स्थिति अत्यंत खराब है। बकस्वाहा का चार्ज संभालने के बाद, उन्होंने तहसीलदार, नगर पंचायत और संबंधित विभाग को इस भवन की स्थिति के बारे में सूचित किया था। तहसीलदार भरत पांडे और मुख्य नगर पंचायत अधिकारी जितेंद्र नायक ने भवन का निरीक्षण कर संबंधित विभाग को भवन की दयनीय स्थिति के बारे में अवगत कराया और नवीन भवन के निर्माण के लिए निर्देशित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्यम आसाटी ने बताया की बक्सवाहा ब्लॉक के साल भर मे लगभग डेढ सौ से ज्यादा शवो का परीक्षण इस भवन से किया जाता है।
मुख्य नगर पंचायत अधिकारी जितेंद्र नायक ने पुष्टि की कि उनकी टीम ने पोस्टमार्टम हाउस और अन्य जर्जर इमारतों का निरीक्षण किया है। चूंकि पोस्टमार्टम हाउस नगर पंचायत के अधीन नहीं है, उन्होंने संबंधित विभाग को पत्र लिखा और शीघ्र मरम्मत की कार्यवाही शुरू करने की अपील की है।तहसीलदार भरत पांडे ने कहा कि संबंधित विभाग को पत्र लिखकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराया गया है और जल्द ही इस पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।