घुवारा। जनपद पंचायत बड़ामलहरा की ग्राम पंचायत स्वारा में मुक्ति धाम नहीं होने के कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सरकार ने प्रत्येक ग्राम में मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए मुक्ति धाम का निर्माण कराया जाता है जिससे ग्रामीणों को दाह संस्कार में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, लेकिन जमीनी हकीकत यहां कुछ और ही व्यां कर रही है।मुक्तिधाम बनाने के लिए ग्रामीणों ने की मांग
आजादी के 75 वर्ष बाद भी ग्राम पंचायत स्वारा में ग्रामीण मूलभूत सुविधाएं के लिए और अपने जीवन के अंतिम संस्कार के लिए तरस रहे। ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर ग्राम पंचायत सरपंच से कई बार लिखित में प्रस्ताव पारित किया लेकिन सरपंच द्वारा मंजूरी न मिलने की कहकर डाल दिया जाता है। ग्राम में आज तक मुक्तिधाम नहीं बनाया गया है। ग्राम पंचायत सरपंच की उदासीनता एवं हठधर्मिता के कारण मुक्ति धाम नहीं होने से ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। गर्मी के दिन में दाह संस्कार करने के लिए खुले आसमान के नीचे खडा होना पड़ता हैं। साथ ही बरसात के मौसम में दाह संस्कार करने में बड़ी परेशानी होती हैं। बरसात के समय दाह संस्कार करने में असुविधा का सामना करना प?ता है। लेकिन सरपंच द्वारा दाह संस्कार बनवाने के लिए प्रयास नहीं किया गया। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए शीघ्र गांव में मुक्तिधाम बनवाने की मांग की है।
वहीं उपयंत्री सुरेन्द्र सिंह परमार का कहना है कि ग्राम पंचायत में 28 कार्यो की स्वीकृति है जिसमे से 18 कार्य पूर्ण करवा दिए और बाकी 22 कार्य पेंडिग में पड़े जिससे ग्राम में मुक्ति बनवाने की स्वीकृति नहीं दी जा रही। वही ग्रामीणों ने इंजीनियर पर आरोप लगाते हुए बताया है कि कई बार अवगत कराने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्राम में विकास कार्यों को तीव्र गति से करवाए जा रहे लेकिन जनपद उपयंत्री के द्वारा मेरे कार्यों को पास नही किए जा रहे ग्राम प्रधान ने कहा की इनकी मनमानी के चलते मेरी पंचायत के ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्यक्त है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इनका कहना है
आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई में अभी इस संबध में जनपद सीईओ से बात करता हु और बहुत ही जल्द ग्राम में मुक्ति धाम बनवाया जायेगा।
प्रशांत अग्रवाल, एसडीएम, बड़ामलहरा