किसानों के वाहनों से 30 से लेकर 300 तक की काटते फर्जी रसीदनौगांव। शहर से लगे हुए धरमपुरा गांव में बाजार बैठकी के नाम पर असामाजिक तत्वों के द्वारा अवैध वसूली कर सरकार के उद्देश्यों पर पानी फेर रहे हैं। धरमपुरा गांव में गर्रौली रोड पर स्थित गल्ला दुकानों पर आने वाले किसानों एवं व्यापारियों के वाहन से बैठकी के नाम पर 30 रुपए से 3 सौ रुपए तक की अवैध वसूली की जा रही है।
शहर के बिलहरी क्षेत्र में 10 करोड़ से अधिक की लागत से निर्मित कृषि उपज मंडी में मंडी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से मंडी में डाक न होने के चलते शहर के गर्रौली रोड, बेलाताल रोड, ईशानगर रोड, छतरपुर रोड, महोबा रोड, पुरानी गल्ला मंडी सहित अनेक स्थानों पर गल्ला खरीद बिक्री सहित अन्य जिंस का व्यापार कर रहे हैं। इसी के तहत शहर के गर्रौली रोड पर भी एक दर्जन से अधिक व्यापारी खरीद बिक्री एवं दाल मिल, आटा मिल सहित अनेक मिलों का संचालन करते हैं। इन प्रतिष्ठानों पर प्रतिदिन सैकड़ों किसान एवं छोटे बड़े व्यापारी वाहन से माल लेकर आते जाते हैं। गांव के असमाजिक तत्वों के द्वारा ग्राम पंचायत की मिलिभगत से प्रतिष्ठानों में आने जाने वाले वाहन चालकों से प्रतिदिन 30 रूपए से लेकर 3 सौ रूपए तक को अवैध वसूली कर रहे हैं। जिसको लेकर मीडिया के हाथों पंचायत की बाजार बैठकी की ऐसी पर्ची हाथ लगी है, जिसमें अवैध वसूली होने की पुष्टि हो रही है।
इतना ही नहीं वसूली करने वाले युवकों के द्वारा बकायदा ग्राम पंचायत की पर्ची भी दे रहे हैं। कुछ वाहन चालक बैठकी का ठेका न होने पर पैसा देने से मना करते हैं तो वसूली वाले युवक चालकों के साथ मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं। जिससे परेशान होकर वाहन चालक बैठकी के नाम पर असामाजिक तत्वों से लुटने को मजबूर है। अवैध वसूली के को लेकर वाहन चालकों ने मामले की शिकायत पुलिस एवं पंचायत के अधिकारियों से कई बार की लेकिन मामला वाहन चालकों जैसे छोटे वर्ग से जुड़ा होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत द्वारा ठेका दिया गया है। इसके रेट भी निर्धारित हैं फिर भी इस पूरे मामले को दिखाते हैं।
चंद्र कृपाल अहिरवार, पंचायत इंस्पेक्टर, जनपद नौगांव
अभी तक हमारे पास इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। अब शिकायत मिली है है जांच करवाते हैं, जो दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. हरीश केशरवानी, सीईओ, जनपद पंचायत नौगांव