हरपालपुर। नगर परिषद में लेखापाल पद पर पदस्थ सुनील तिवारी का बीते रोज मंगलवार की शाम आकस्मिक निधन हो गया। जिस से नगर परिषद कार्यालय सहित नगर में शोक की लहर दौड़ गई। 43 वर्षीय सुनील तिवारी नगर परिषद में काफी चर्चित रहे। वह कर्मचारियों के बीच काफी लोकप्रिय थे। यही वजह रही कि वह नगर परिषद मे महत्पूर्ण विभाग सम्भालते थे। नप अधिकारियों एवं कर्मचारियों से उनके अच्छे संबंध रहे। वह मूल रूप से काकुनपुरा गांव के रहने वाले थे। नप में विवादों से हमेशा दूर रहे। जिस के चलते वह काफी लोकप्रिय एवं मिलनसार स्वभाव ईमानदार, कर्मठ थे।
पीडि़त परिवार के कऱीबियों के मुताबिक मंगलवार की सुबह सुनील तिवारी की तबीयत ठीक थी। मंगलवार की शाम सुनील की तबीयत ईलाज के दौरान ग्वालियर के अस्पताल में अचानक बिगड़ गई। उनके परिजनों करीबियों द्वारा उन्हें आनन-फानन में दिल्ली ईलाज के लिए ले जाने की तैयारी में जुट गय थे। लेकिन ग्वालियर अस्पताल में जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना था कि उनकी दोनो किडनी खराब हो गई थी। सुनील तिवारी अपने पीछे अपनी पत्नी दो पुत्री एवं एक पुत्र रोता बिलखता छोड़ गए। बुधवार सुबह 9 बजे काकुनपुरा गॉव में अंतिम संस्कार किया गया। उनके 11 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी। सैकड़ो लोगों की आँखे नम हो गई।
वहीं नगर परिषद कार्यालय में लेखापाल सुनील तिवारी के अचानक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। जिस में नप अध्यक्ष अमित अग्रवाल, सीएमओ प्रताप खैंगर, उपयंत्री दिनेश तोमर, गगन सूर्यवंशी पार्षदगण उपस्थित रहे। सभी उनके निधन दु:खद प्रकट किया।