गौरिहार। गौरिहार से खड्डी की ओर एमपीआरडीसी के ठेकेदार द्वारा 3 किमी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। जिसमे सभी नियमों को ताक पर रखते हुए व्यापक गड़बड़ियां की जा रही हैं। यहां तक कि जीएसबी, डब्ल्यूएमएम सहित बीएम की थिकनिस को कम कर शासन की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। जिससे सड़क में रत्तीभर गुणवत्ता नहीं आ रही है साथ ही उक्त सड़क बनते ही उखड़ रही है। इस पूरे मामले की शिकायत जिला पंचायत सदस्य देवीदयाल अहिरवार ने कलेक्टर संदीप जीआर से की है। लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने जानबूझकर आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद ही धलमेल कर सड़क का निर्माण शुरू किया है जबकि 6 माह पूर्व उक्त सड़क का टेंडर हुआ था जिसकी निर्माण की सीमा समाप्त हो चुकी है।
लूज सर्फेस के ऊपर किया जा रहा डामर-
सड़क में डब्ल्यूएमएम के लूज सर्फेस के ऊपर घटिया टेक कोट (इमल्शन) का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं ढीली सतह के ऊपर डामर बिछाया जा रहा है जिसकी थिकनिस अमानक होने से सड़क जल्द फट कर टुकड़े-टुकड़े हो जाएगी। जानकारों का मानना है कि सड़क के किनारों में डब्ल्यूएमएम का सर्फेस डाला गया है उसको कॉम्पेक्ट नहीं किया गया जिसके कारण किनारों में बिछाया गया डामर अभी से उखड़ने लगा है।
साइड सोल्डर की मिट्टी अमानक-
ठेकेदार ने सड़क के साइड सोल्डर भरने के लिए जिस अमानक मिट्टी का उपयोग किया है उसकी सीबीआर वैल्यू बेहद कम है। हाल ही के दिनों में हुई बेमौसम बरसात में साइड सोल्डर में डाली गई मिट्टी सड़क पर फैल गई थी जिसको ठेकेदार ने साफ न करते हुए उसी के ऊपर डब्ल्यूएमएम का सर्फेस डाल दिया गया है।
होगी लिखित शिकायत-
गुणवत्ताहीन बन रही सड़क की जांच कराए जाने के लिए ग्रामीणों सहित जिला पंचायत सदस्य द्वारा एसडीएम को लिखित शिकायत की जाएगी। लोगों का कहना है कि जीएसबी, डब्ल्यूएमएम और बीएम आदि की थिकनिस बहुत कम है जो जांच के बाद सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।