जर्जर हालत में पुल पर आगमन लगातार जारी है पुल पर कभी भी हादसा होने का का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन शासन-प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की नींद नहीं टूटी
छतरपुर।जिले में बदहाल सड़कें स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हैं। बजट के अभाव में मुख्यमंत्री द्वारा सड़कों को गड्ढामुक्त करने का आदेश भी बेअसर है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश सड़कों की हालत काफी खराब है। यहां लम्बे समय से लोग जर्जर सड़क पर ही आवागमन कर रहे हैं।
नेशनल राष्टीये राज मार्ग सागर- छतरपुर खंड में एनएच-86 का निर्माण ईपीसी मोड पर किया गया था। जिसके बाद एनएच-86 गुलगंज स्थित डिकोली तिगड्डा पर बना पुल जर्ज़र हो गया है। जिस पर प्रशाशन की और से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
डिकोली तिगड्डा स्थित बढ़े पुल मे आई दरार-
गुलगंज जर्ज़र पढ़ा पुल पुल मे आई दरार में टूटे और क्षतिग्रस्त पुल होने के बाद भी लगातार भारी वाहन निकल रहे हैं। जिसके चलते कभी भी हादसा हो सकता है।प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है वहीं पुल पर सुरक्षा के इंतजाम भी नहीं है. वाहन चालक की जरा सी चूक बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
गुलगंज सागर भोपाल राष्टीय राज मार्ग स्टेट हाईवे 86 पर गुलगंज स्थित डिकोली तिगड्डा पे बना हुए पुल पर से भारी वाहनों को निकालते है और पुल जर्ज़र पढ़ा हुआ है। प्रतिदिन वाहनों आवागमन जारी है. इस लापरवाही पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है और लोग बिना डरे इस पुल को पार कर रहे हैं। प्रशासन की लापरवाही से क्षतिग्रस्त पुल से निकल रहे भारी वाहन कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं।
छोटे वाहनों के लिए शुरु किए गए इस पुल से अब भारी वाहनों का आवागमन भी हो रहा है। हालांकि प्रशासन के द्वारा भारी वाहनों के क्षतिग्रस्त पुल से आवागमन पर ध्यान नहीं दिया गया है।लेकिन प्रतिबंध के बावजूद भी भारी वाहन लगातार पुल से निकल रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।