जिला मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत पठापुर के पूर्व सरपंच एवं विश्वनाथ कॉलोनी में रहने वाले प्रॉपर्टी कारोबारी कैलाश यादव की हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस ने उसके चार दोस्त ऋषेन्द्र मिश्रा, वेदांत तिवारी, मुलायम यादव सहित सतेन्द्र सिंह ठाकुर पर धारा 302, 34 आईपीसी का मुकदमा दर्ज
छतरपुर। जिला मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत पठापुर के पूर्व सरपंच एवं विश्वनाथ कॉलोनी में रहने वाले प्रॉपर्टी कारोबारी कैलाश यादव की हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस ने उसके चार दोस्त ऋषेन्द्र मिश्रा, वेदांत तिवारी, मुलायम यादव सहित सतेन्द्र सिंह ठाकुर पर धारा 302, 34 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मर्ग जांच में मृतक के भाई रामस्वरूप यादव के बयानों के आधार पर यह मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि इस मामले में एक आरोपी मुलायम यादव उर्फ मोनू पुलिस के हत्थे चढ़ गया है जिसने घटना की रात का खुलासा किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार की रात वेदांत तिवारी का जन्मदिन था। इसी जन्मदिन को मनाने के लिए पांचों लोग अपनी दो गाडिय़ों से फोरलेन पर बने डोरमेट्री कैन्टीन पर पहुंचे थे। यहां पर पहले सभी दोस्तों ने मिलकर शराबखोरी की इसके बाद जन्मदिन का केक काटा गया और फिर मौके पर मौजूद ऋषेन्द्र मिश्रा और कैलाश के बीच जमीन के मामले को लेकर कहासुनी हो गई। इसी कहासुनी के कारण मौके पर मौजूद एक पिस्टल से गोली चली जो कैलाश यादव को लग गई। अचानक हुई गोलीबारी की घटना के बाद सभी आश्चर्यचकित हो गए और घबराकर अपनी गाड़ी से मिशन अस्पताल लेकर आए। यहां वेदांत तिवारी ने कैलाश के भाई रामस्वरूप को फोन लगाकर बुलाया और कैलाश को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद मौके से फरार हो गए। कैलाश की हालत बिगडऩे के बाद उसे झांसी ले जाया गया जहां सुबह करीब 4 बजे उसने दम तोड़ दिया।
इस मामले में पहले दुर्घटना और हत्या के बीच संदेह की खबर ेसामने आ रही थी लेकिन अब पुलिस ने भाई के बयानों के आधार पर चारों आरोपियों के विरूद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली टीआई अरविंद कुजूर ने बताया कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में दबिश दी जा रही है।