एसी ही स्थिति विगत रात्रि 10:40 पीएम, 25 नवम्बर को बनी जब बारीगढ नगर के कांजी हाउस के पास एक्सीडेंट हो जाने के कारण दो बाइक सवार रोजगार सहायक पप्पू प्रजापति एवं सुरेन्द्र अहिरवार बुरी तरह से घायल अवस्था में जिसमें उनके हाथों व पैरों में छीलन आ गई थी ब्लड निकल रहा था परन्तु जब दोनों अपने इलाज हेतु स्वास्थ्य केंद्र बारीगढ़ पहुंचे तुम्हारा डॉक्टर नर्स स्टाफ सभी लोग नदारत मिले साथ ही वहां पर पदस्थ नर्स द्वारा उन्हें बोला गया कि यहां पर आपका किसी प्रकार का कोई इलाज नहीं होगा और वहां से दोनों ही घायलों को बिना इलाज के भगा दिया गया। तब मजबूरन दोनों ही घायलों ने प्राइवेट रूप से इलाज करवाया। मीडिया से बात करते हुए दोनों घायलों ने आपबीती बताई और इसकी शिकायत उन्होंने अपनी यूनियन के माध्यम से जिला कलेक्टर संदीप जी आर एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी से शिकायत करने की बात कही।
रात्रि के दरमियान यहां इलाज न मिलने की स्थिति लंबे समय से बनी हुई है। यहां कोई भी महिला व पुरुष डॉक्टर अपना निवास बनाकर नहीं रहते बल्कि यहां से दूरस्थ जिला महोबा,उत्तर प्रदेश में निवास बनाकर डॉक्टर रहते हैं।जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा ध्यान-
इस संबंध में कई बार स्थानी एवं क्षेत्रीय लोगों ने जिले के जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों को आवेदन एवं ज्ञापन के माध्यम से व इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को अवगत कराया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया जाता है। परंतु उसके बाद भी मूलत स्थिति की सुधार हेतु कोई उचित ठोस कदम नहीं उठाया गया हैं जिससे आज भी रात्रि के दौरान बारीगढ स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बद से बत्तर बनी हुई है।
इनका है कहना-
इस संबंध में जब जिला सीएमएचओ से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि मुझे वहां पर पदस्थ दोनों ही डॉक्टरों की लगातार पूर्व से भी लापरवाही की शिकायत मिल रही हैं मुझे वहां जुझारनगर थाना प्रभारी ने भी बताया है कि पुलिस मेडिकल को लेकर भी समस्याएं हो रही है। जबकि मेरे द्वारा डाक्टर को निवास की चाबी देकर कमरा भी एलोर्ट करा दिया गया है। उसके बाद भी वहां डॉक्टर द्वारा निवास नहीं बनाया गया है। कल ऑफिस खोलते ही मेरे द्वारा नोटिस काटकर लापरवाह डॉक्टर और नर्स पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
लखन तिवारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी