@छतरपुर, ब्यूरो गौरव गोस्वामी|
छतरपुर। छतरपुर जिले के बड़ामलहरा में 05 अक्टूबर 2025 को सड़क दुर्घटना में कई गौवंश की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद सीएमओ नगरपरिषद बड़ामलहरा रामसजीवन पटेल द्वारा न तो मृत गौवंश का पोस्टमार्टम कराया गया और न ही सम्मानजनक अंतिम संस्कार किया गया। जिस कारण एसडीएम आयुष जैन ने सीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिवस में जबाव मांगा है। साथ ही उल्लेख किया है कि अधोहस्ताक्षरी के द्वारा मृत गौवंश का सम्मानजनक अंतिम संस्कार किये जाने हेतु सम्बंधित को दूरभाष पर निर्देशित किया गया था। तब भ्रामक जानकारी देते हुए बताया गया कि मृत गौवंश को गड्ढों में दबाया गया है, किन्तु उनको गड्ढों में न दबाकर जंगल में फेंक दिया गया है। इसके साथ ही नगर के आवारा पशुओं को गौशालाओं में भेजे जाने हेतु आवश्यक कदम नहीं उठाए गए। जिस कारण आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। संबंधित के उक्त कृत्य से प्रतीत होता है कि पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती गई है। अतएव उक्त संबंध में जबाव नोटिस प्राप्ति से दो दिवस के अन्दर अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। उक्त कृत्य के कारण क्यों न संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। जवाब समयावधि में प्रस्तुत न करने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिये संबंधित स्वयं उत्तरदायी होगें।सीईओ एवं सीएमओ बड़ामलहरा व घुवारा को स्मरण पत्र जारी
एसडीएम बड़ामलहरा आयुष जैन ने बताया कि विगत दिनों पत्र के माध्यम से सड़कों पर आवारा घूमने वाले पशुओं के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आवारा पशुओं को गौशालाओं में पहुँचाए जाने हेतु कर्मचारियों की रोस्टर ड्यूटी लगाए जाने हेतु तथा ड्यूटी आदेश की प्रति उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया था। किन्तु आज दिनांक तक जनपद सीईओ बड़ामलहरा, नगरपरिषद बड़ामलहरा एवं घुवारा सीएमओ द्वारा उक्त संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है।
अतएव पुन: स्मरण कराते हुए लेख किया गया है कि आवारा पशुओं को सड़कों से गौशालाओं में पहुँचाए जाने हेतु तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुए कृत कार्यवाही से अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराना सुनिश्चित करें।
एसडीएम बड़ामलहरा ने क्षेत्र की गौशालाओं का निरीक्षण करने पटवारियों की लगाई ड्यूटी
एसडीएम बड़ामलहरा आयुष जैन ने अनुभाग बड़ामलहरा अंतर्गत संचालित गौशालाओं में संबंधित हल्का पटवारियों की ड्यूटी लगाई। उक्त ड्यूटी गौशालाओं का निरीक्षण करने तथा निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु तत्काल प्रभाव से लगाई गई है। साथ ही संबंधित हल्का पटवारियों को निर्देशित किया गया है कि गौशालाओं में दर्ज एवं उपस्थित गौवंश की संख्या, गौवंश को चारा, भूसा तथा जल आदि की उपलब्धता के संबंध में निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन 07 अक्टूबर 2025 को प्रस्तुत करें।

