छतरपुर। जिले में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते तमाम नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई ग्रामीण अंचलों का मुख्य मार्गों से संपर्क कट गया है और सड़कें, नदियों के पानी में डूब गई हैं। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते अब जिले में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासनिक अमले को मैदान में उतारा गया है। प्रशासनिक टीमें खतरनाक स्थानों पर तैनात हैं और लोगों से सतर्क रहने तथा सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दे रही हैं। जिले के ज्यादातर इलाकों के घरों और खेतों में पानी भर गया है। लोगों का कहना है लंबे अर्से के बाद इस तरह की बारिश उन्होंने देखी है। मौसम विभाग से जानकारी मिली है कि पिछले 24 घंटे में छतरपुर जिले में 700 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
अब तक हुई 184 इंच बारिश, पिछले साल से ढाई गुना ज्यादा है आंकड़ा
जिले की प्रमुख तीन नदी धसान, केन और उर्मिल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वहीं रनगुवां बांध का जलस्तर बढऩे के बाद प्रशासन ने एहतियातन उसके सभी 13 गेट खोल दिए हैं। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में मौजूद अन्य सभी छोटी नदियां और नाले भी उफान हैं। जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पठापुर और ग्राम देरी के पहुंच मार्गों के ऊपर से उर्मिल नदी का पानी बह रहा है, जिससे आवागमन बंद है। इसी मार्ग पर स्थित कूडऩताल धाम भी लोग नहीं जा पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सटई क्षेत्र के ग्राम झमटुली का नाला भी उफान पर आ गया है, जिसके चलते देवगांव, देवरा, बिजावर और अमानगंज को जोडऩे वाला मार्ग बंद हो गया है। राजनगर तहसील क्षेत्र में बमीठा-भुसौर गंगऊ बांध के बीच बहने वाली पुखराव नदी पर बना अस्थाई पुल भारी बारिश के कारण बह गया है और चार गांवों का आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। बताया गया है कि पुखराव नदी के अस्थाई पुल को केन-बेतवा लिंक परियोजना के निर्माण के लिए पुराने रिपटा को तोड़कर बनाया गया था। भारी बारिश के कारण यह पुल बह गया, जिससे खरयानी, पलकौंहा, ढोंढऩ सहित और अन्य गांवों के लोगों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया। छतरपुर और टीकमगढ़ जिले की सीमा पर बहने वाली धसान नदी भी उफान पर है। इस नदी पर ईसानगर के समीप मौजूद पचेर घाट और नौगांव के समीप गर्रोली घाट पर जल स्तर पुल से कुछ इंच नीचे देखने को मिला। नदी के आसपास मौजूद बसे गांव और खेत पानी से लबालब भर गए हैं।
बारिश से प्रभावित हुए जिले के यह मार्ग

छतरपुर शहर के किशोर सागर तालाब में दोपहर के वक्त एक युवक के डूबने की घटना सामने आई। बताया गया है कि सागर रोड के परिहार मार्केट का रहने वाला सुरेंद्र कुमार पुत्र नाथूराम मिश्रा उम्र 40 वर्ष अपने चार पहिया वाहन से दोपहर 3 बजे किशोर सागर तालाब में नहाने आया था। सुरेन्द्र ने गाड़ी में कपड़े उतारकर तालाब में छलांग लगा दी और इसके बाद गहरे पानी में डूब गया। घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली थाना पुलिस और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। सीएसपी अरुण कुमार सोनी ने बताया कि युवक को डूबे हुए कई घंटे हो चुके हैं लेकिन अभी तक शव नहीं मिला है। चूंकि एसडीआरएफ की टीम अन्य स्थानों पर व्यस्त हैं, जिस कारण से मौके पर नहीं पहुंच सकी हैं। शव की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है। गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण तालाब का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिससे शव की खोज करने में परेशानी हो रही है।
छतरपुर: तालाब के जलभराव ने खोली अतिक्रमण की पोल
जिला मुख्यालय का संकटमोचन तालाब पानी से लबालब भर गया है और तालाब के जलभराव ने यहां किए गए अतिक्रमण की पोल खोल दी है। तलाब भरने के बाद जो तस्वीर सामने आई है उससे पता चल रहा है कि लोगों ने तालाब की लगभग आधी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है। यह तस्वीर दिन भर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी रही। लोगों ने प्रशासन से इस ओर ध्यान देने का आग्रह किया है।
बमीठा: पानी में समाई फोरलेन सड़क

नोट: इस समाचार के साथ फोटो क्रमांक 08 लगाएं।
हरपालपुर के वार्ड नंबर 2 में बारिश का पानी नालियों से न निकलकर सड़कों पर भरने के साथ-साथ लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। यहां के लोगों का कहना है कि नगर परिषद की लापरवाही के चलते यह स्थिति बनी है, साथ ही नगर पालिका के स्वच्छता अभियान की पोल भी खुल गई है। वार्डवासियों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में यही हाल होता है, लेकिन समय पर नगर परिषद द्वारा ठोस कदम नही उठाये जाते।
खजुराहो: अंडर ब्रिज के नीचे पानी में डूबी यात्री बस


नौगांव क्षेत्र में मौजूद नैगुवां पुल के ऊपर पानी पहुंच गया। सुरक्षा के मद्देनजर यहां राजस्व एवं होमगार्ड की टीम मौजूद रही। इसी क्षेत्र के पिपरी रिपटा पर भी बैरीकेडिंग की गई। कलेक्टर के निर्देशन में नौगांव एसडीम, तहसीलदार, एसडीओपी, थाना प्रभारी, राजस्व विभाग और जनपद के अधिकारी-कर्मचारियों की टीम ने बारिश से प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। एक टीम ने धसान के किनारे पर मौजूद नौगांव जनपद के ग्राम बंछौरा का निरीक्षण किया, हालांकि यहां स्थिति सामान्य मिली। नौगांव नगर में नगर पालिका प्रशासन भी अलर्ट पर रहा। नपा की टीम ने ऐसे मकानों का निरीक्षण किया, जो जर्जर हैं। धसान नदी के गर्रोली घाट के एक ओर पलेरा पुलिस और दूसरी ओर गर्रोली चौकी पुलिस तैनात रही।
हरपालपुर: देवरी बांध के 10 और लहचूरा बांध के 9 फाटक खुले
लगातार बारिश के चलते धसान नदी उफान पर है और एमपी-यूपी सीमा पर बने देवरी बांध तथा लहचूरा बांध लबालब हो गए हैं। शनिवार को देवरी बांध के 10 फाटक 2 मीटर एवं लहचूरा बांध के 9 फाटक 3 मीटर खोलर 2.88 लाख 400 क्यूसैक पानी डिस्चार्ज किया गया। वहीं उत्तरप्रदेश के इलाके में महोबा जिला प्रशासन ने धसान नदी किनारे स्थित टपरन, लिलवा, काशीपुरा सहित अन्य गांव में अलर्ट जारी कर नदी के पानी पर नजर रखी। छतरपुर कलेक्टर पार्थ जसवाल के निर्देश पर नौगंव एसडीएम जीएस पटेल, तहसीलदार पीयूष दीक्षित, पटवारी आशीष पांडेय, मनीष प्रताप सिंह की टीम धसान के किनारे पर बसे छतरपुर जिले के ग्राम चपरन, लहदरा, मड़ोरी का निरीक्षण करने पहुंची। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष धसान नदी का पानी चरपन गांव में घुसने से एक दर्जन लोग फंस गए थे, जिसको ध्यान में रखकर इस बार प्रशासन पहले से अलर्ट है।
बूढ़ा बांध के जल भराव में डूबी हजारों एकड़ जमीन
छतरपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बृजपुरा में बना बूढ़ा बांध भी लबालब हो गया है। करीब 10 साल बाद बांध में इतना पानी जमा हुआ है कि किसानों की हजारों एकड़ जमीन जलमग्न हो गई है। ग्रामीणों का दावा है कि क्षेत्र के लगभग पांच सैकड़ा किसानों की 10 हजार एकड़ भूमि पर पानी भर गया है। बांध का जलभराव देखने के लिए शनिवार को ग्रामीणों की भीड़ भी जमा रही। वहीं कलेक्टर पार्थ जैसवाल और पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने अलर्ट जारी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की। ग्राम पंचायत बृजपुरा के सरपंच आदित्य मिश्रा ने बताया कि कुछ ग्रामीण जान की परवाह किए बिना बांध में स्नान कर रहे थे, जिसकी सूचना उन्होंने प्रशासन को दी, जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों को समझाइश दी।
जिला प्रशासन ने की अपील, कहा- सावधानी ही सुरक्षा
अतिवृष्टि को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने जिले के सभी विकासखंडों में राजस्व अधिकारियों को लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अत्यधिक बारिश के चलते जिले के कई मार्ग प्रभावित हैं, साथ ही विभिन्न पहुंच मार्गों के पुल पुलियों के ऊपर से पानी बह रहा है, ऐसी स्थिति में पैदल अथवा वाहन से जोखिम भरे रास्तों को पार न करें। उन्होंने कहा कि इस समय सावधानी ही सुरक्षा है। कलेक्टर के निर्देशन में अन्य अधिकारियों ने भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी। ऐसे मार्गों की बेरिकेडिंग की गई, जिनके ऊपर अथवा पुलिस के पास पानी का बहाव है। साथ ही सभी जगहों पर कोटवारों की ड्यूटी भी लगाई गई है। कलेक्टर के निर्देशन में एसडीएम, तहसीलदारों के साथ राजस्व अधिकारियों की टीम सतत निगरानी कर रही हैं। पुलिस, होमगार्ड और एसडीईआरएफ टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। जिला प्रशासन ने प्राकृतिक आपदा में फंसने पर बचाव या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 07682-245376 जारी किया है और अपील की है कि अप्रिय स्थिति में तुरंत सूचना दें ताकि समय पर मदद पहुंच सके। वहीं पुलिस अधीक्षक अगम जैन के निर्देशन में पुलिस टीमें भी उफान पर बह रहीं नदियों के किनारे तैनात हैं, जो एनाउंसमेंट करके लोगों को सचेत कर रही हैं।