छतरपुर। गत रोज लवकुशनगर थाना क्षेत्र के सुमेड़ी गांव में हुए सनसनीखेज अपहरण और हत्या के प्रयास के मामले में मुख्य आरोपी संजय सिंह राजपूत सहित पुलिस ने अभी तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अपहृत महिला और उसके दोनों बच्चों को भी सकुशल बरामद कर लिया है। उल्लेखनीय है कि घटना के बाद एसपी अगम जैन ने आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय दल गठित किया है, जो जल्द ही लवकुशनगर पहुंचेगा।
यह है मामलाप्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार को सुमेड़ी गांव में संजय सिंह राजपूत ने अपने करीब एक दर्जन साथियों के साथ मिलकर हथियारों और लाठी-डंडों से हमला किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपियों ने गांव में घुसते ही फायरिंग शुरू कर दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। संजय और उसके साथियों ने हरिराम पाल को लाठी-डंडों और कट्टे के बट से बुरी तरह पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद मिथलेश और उनके दो बच्चों को जबरन बोलेरो गाड़ी में बैठाकर ले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें फायरिंग और अपहरण साफ दिखाई दे रहा है। हालांकि गांव में ऐसी चर्चा भी है कि संजय राजपूत और महिला के बीच कथित प्रेम प्रसंग था और हरिराम द्वारा इसका विरोध किए जाने के बाद यह घटना हुई। हालांकि, यह दावे अभी पुलिस जांच का विषय है। लवकुशनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को कल ही गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को मामले के मुख्य आरोपी संजय राजपूत सहित तीन अन्य को भी पकड़ लिया गया है। लवकुशनगर एसडीओपी नवीन दुबे ने बताया कि अभी तक प्रकरण के पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, और उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है।
कांग्रेस की जांच और राजनीतिक प्रतिक्रिया
राजनैतिक गलियारों में भी इस घटना की चर्चा तूल पकड़ रही है। उक्त घटना को संज्ञान में लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चार सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जिसमें सुरेंद्र चौधरी, नारायण प्रजापति, प्रदीप खटीक, और किरण अहिरवार शामिल हैं। यह टीम जल्द ही सुमेड़ी गांव पहुंचकर घटना की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपेगी। जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि छतरपुर में दिनदहाड़े अपहरण और फायरिंग की घटना ने साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश में कानून का डर खत्म हो गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।