छतरपुर। जिले के महाराजपुर थाना में एक युवक के साथ पुलिस की बर्बरता और भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़त ने आरोप लगाया है कि वह जेसीबी मशीन छीने जाने की शिकायत करने गया था लेकिन पुलिस ने उल्टा उसे ही थाने में नग्न कर बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं पुलिस पर 1 लाख रुपए मांगे जाने के भी आरोप है। पीडि़त ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देते हुए अपने जख्म दिखाए और न्याय की मांग की। वहीं समाजवादी पार्टी भी इस मामले में पीडि़त के साथ मैदान में उतर आई है।पड़ोसी जिले उत्तरप्रदेश के अजनर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम बम्होडिय़ा के रहने वाले अनिल यादव ने बताया कि वह 6 मई को वह अपनी जेसीबी मशीन से महाराजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ढिगपुरा में गोबर की खाद डालने गया था, इसी दौरान बर्रोही गांव के अखिलेश यादव, दीपेंद्र यादव, सोहन यादव, बॉबी यादव और दो अन्य लोगों ने जबरन उसकी मशीन छीन ली। घटना के बाद अनिल, शिकायत करने महाराजपुर थाना गया, जहां पुलिस ने उसे बैठा लिया। अनिल के मुताबिक पुलिस ने मशीन छीनने वालों को थाने बुलाया और उनसे पैसे लेकर उन्हें तुरंत छोड़ दिया, जबकि उसे थाने में ही बैठाया गया। कुछ समय बाद सवाल किए जाने पर थाना में पदस्थ मुंशी ओमप्रकाश, सिपाही हरदेव कुशवाहा और जय कुमार ने उसके साथ बेतहाशा मारपीट की। अनिल के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने थाने के भीतर उसे निर्वस्त्र करके घंटों तक पीटा। ?अनिल ने बताया कि मारपीट के बाद थाना प्रभारी ने उससे 1 लाख रुपए की मांग की। अनिल ने पूरी जानकारी अपने पिता कालका यादव को दी, जिसके बाद वे 80 हजार रुपए ब्याज पर लेकर बेटे को छुड़ाने पहुंचे। अनिल ने बताया कि पुलिस ने 80 हजार रुपए लेने के बाद उसे 500 रुपए की रसीद दी और छोड़ दिया। अनिल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।
सपा जिलाध्यक्ष बोले- पुलिसकर्मियों पर हो सख्त कार्रवाईइस मामले में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष कपूर सिंह यादव ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराजपुर थाने की पुलिस ने अनिल के साथ अमानवीय ढंग से मारपीट की और पैसे भी लिए। उन्होंने इस घटना को पुलिस विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न बताते हुए कहा कि यह पूरी व्यवस्था को शर्मसार करने वाला कृत्य है। कपूर सिंह ने पुलिस अधीक्षक से मामले की गहन जांच और दोषी पुलिसकर्मियों, विशेषकर थाना प्रभारी, के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पीडि़त को न्याय नहीं मिला, तो सपा इस मुद्दे को जनआंदोलन का रूप देगी।