छतरपुर। प्रशासनिक लापरवाही और विभागीय उदासीनता का ताजा उदाहरण सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गठेवरा गांव में देखने को मिला, जहां टूटे बिजली के तार में चार दिन तक करंट दौड़ता रहा और पांच बेजुबान गायों की जान ले ली। सोमवार सुबह जब यह मंजर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तब कहीं जाकर संबंधित अधिकारी और पुलिस हरकत में आए।
घटना आठ मई को तेज हवा और बारिश के बाद घटित हुई। खेत मालिक कल्लू पटेल के मुताबिक, तार टूटने के तुरंत बाद उन्होंने बंसी यादव और विस्सू अवस्थी को फोन कर जानकारी दी, लेकिन न कोई कर्मचारी मौके पर पहुंचा और न ही लाइन बंद की गई। इस लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि खेत में चर रही पांच गायें करंट की चपेट में आ गईं और वहीं तड़पकर मर गईं। सोमवार को सामने आए वीडियो में देखा गया कि मृत गायों के शव अब भी तारों पर पड़े हुए हैं और कुत्ते उन्हें नोच रहे हैं। क्षेत्र में बदबू फैली हुई है जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं और संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।
कल्लू पटेल का आरोप है कि उन्होंने छह बार बिजली विभाग को फोन कर मदद मांगी, लेकिन हर बार उन्हें अभी आते हैं कहकर टाल दिया गया। जब कर्मचारी आखिरकार पहुंचे भी, तो सिर्फ तार काटकर चले गए, लेकिन शव उठाने की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली।
थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे ने कहा है कि पुलिस मौके की जांच करेगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। बिजली विभाग के डीई आर.ए. मिश्रा से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने मीटिंग में होने का हवाला देकर जवाब नहीं दिया।