छतरपुर। अंजना चतुर्वेदी पर जमीन जबरन हड़पने के आरोप लगाते हुए रिक्शापुरवा मोरवा के किसानों एसपी ऑफिस पहुंच कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि अंजना चतुर्वेदी के द्वारा ग्रामीणों की जमीनों पर दबंग तथाराजनैतिक रसूक के चलते फसलें नष्ट कर जेसीबी से गड्ढ़े खुदवा दिया। इतना ही नहीं इसका विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पीडि़तों ने न्याय की गुहार लगाते हुए अंजना चतुर्वेदी पर सख्त कार्यवाही की मांग की है।
छतरपुर तहसील के रिक्शापुरवा मोरवा निवासी लल्लू कुशवाहा, गुमान कुशवाहा, दयाराम कुशवाहा, रामकिशोर कुशवाहा, मूलचंद्र कुशवाहा, करन कुशवाहा, कैलाश कुशवाहा, रामसेवक कुशवाहा, पुष्पेंद्र कुशवाहा, राकेश कुशवाहा, राहुल कुशवाहा, चरन कुशवाहा, मालती कुशवाहा, हक्की कुशवाहा ने ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि जब वह अपने खेत की ओर जा रहे थे तभी श्रीमती अंजना चतुर्वेदी ने अपने गुण्डों के साथ रास्ते में खड़ी हो गई और रास्ते को बंद कर दिया। इतना ही नहीं राजनैतिक रसूक का प्रभाव रिखाकर राजस्व कर्मचारियों को अपने प्रभाव में लेकर जमीनों की गैर कानूनी ढंग से नाप करवा रही है। उन्होनें कहा कि उस जमीन पर उनका पुश्तैनी कब्जा है। उन्होंने आवेदन में यह भी लेख किया कि गांव के कई लोगों की जमीने अपने रसूक का इश्तेमाल करके हडप ली किन्तु डर के मारे कोई आवाज नहीं उठाता है। किसानों ने कहा कि उनकी जमीन पर भी जबरन कब्जा कर लिया गया और उसकी फसल उजाड़ दी साथ ही जेसीबी से उनकी जमीन में बड़े बड़े गड्ढे भी कर दिया। पीडि़त लोगों ने ज्ञापन सौंपा न्याय की गुहार लगाई। फिलहाल इस मामले में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है।