नीमच के जन सुनवाई का नजारा,शिकायत का पुलिदा लेकर, सर पर चप्पल रख कर पहुंचा कलेक्ट,वीडियो हुआ वायरल
भोपाल।यह सिस्टम है, यह भीं इंसान है जो शिकायतों का पुलिंदा बांध रेंग रहा है,, पर असली सांप कौन जो किसी पीड़ित को न्याय नहीं दिला पा रहे? जो व्यवस्था का अंग बन चुका है,, नीमच के जन सुनवाई का नजारा, पीड़ित मुकेश प्रजापति।
भले ही बीजेपी की मोहन सरकार गुड गवर्नेंस देने का दावा कर रही हो लेकिन हालात इसके ठीक विपरीत है। जनता द्वारा की जा रही जनशिकायतों पर सिर्फ औपचारिकता निभाई जा रही है। जनता द्वारा की गई शिकायतों पर बैठे बैठे फर्जी रिपोर्ट लगाकर शासन प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है।
यह इंसान जो शिकायतों का पुलिंदा बांध रेंग रहा वाह पीड़ित मुकेश प्रजापति है (नीमच में जन सुनवाई के दौरान का नजारा.)
गले में शिकायतों की माला पहनकर रेंगता हुआ पहुंचा शख्स, बोला-'मैं चप्पल सिर पर रखकर न्याय की भीख मांगता हूं'
एमपी में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की तमाम बातें ओर दावे समय-समय पर किए जाते रहे है। लेकिन, आज भी लोग भ्रष्टाचार से परेशान है। मंगलवार को नीमच कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान एक शिकायतकर्ता अनोखे तरीके से विरोध प्रकट करते हुए शिकायत करने पहुंचा। जिले की सिंगोली तहसील के गांव काकरिया तलाई निवासी मुकेश प्रजापत पिछले सात वर्षों से कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहा है. इस दौरान जनसुनवाई में दर्जनों बार उसने शिकायत का आवेदन दिया, कलेक्टर बदल गए, लेकिन उनकी शिकायत दूर नहीं हुई।
जनसुनवाई में अनोखे अंदाज में पहुंचा मुकेश
फिर एक बार मुकेश भ्रष्टाचार को अपने गांव से जड़ से खत्म करने की आस लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचा. वह अनोखे अंदाज में बिना शर्ट के सैकड़ों पुराने शिकायती आवेदनों की माला को पहनकर जमीन पर घसीटते हुए कलेक्टर कार्यालय परिसर में पहुंचा. कलेक्टर कार्यालय के बाहर गेट पर बैठकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से न्याय की गुहार लगाते हुए अपनी चप्पल सिर पर रखते हुए मीडिया के सामने कहा कि मोहन यादव अब तो मुझे न्याय दे दो... 7 वर्ष हो चुके हैं अब मैं खुद की चप्पल अपने सर पर रखकर न्याय की भीख मांगता हूं।
मुकेश का आरोप है कि उसकी ग्राम पंचायत के सरपंच आदि ने मिलकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है।शिकायत करने के बावजूद अधिकारी उसे पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पुख्ता सबूत होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुकेश का कहना है कि उसे न्याय चाहिए। कलेक्ट्रेट में मुकेश के इस अनोखे अंदाज में पहुंचने पर आम लोग भी उसे देखकर हैरान हो गए और कुछ तो अपने मोबाइल में उसका वीडियो भी बनाने लगे।