आरोप: खाद्यान्न पर्ची बनवाने के ऐवज में मांगी जा रही तीन-तीन हजार की रिश्वत
राघव भास्कर इस ऑडिओ की पुस्टि नहीं करता
छतरपुर। जिला प्रशासन इन दिनों अपने अधिनस्थ कर्मचारियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। चाहे कोई भी विभाग के कर्मचारी हों खुलेआम काम के बदले दाम मांग रहे है। जहां तक की खाद्यान्न पर्ची के नाम पर भी ग्राम पंचायत सचिव खुलेआम रिश्वत ले रहे हैं। इसी प्रकार का मामला जिले के गौरिहार जनपद पंचायत का प्रकाश में आया है। जहां एक सचिव के द्वारा खुलेआम फोन पर खाद्यान्न पर्ची बनवाने के ऐवज में हितग्राही से तीन हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है। फोन पर मांग रहे रिश्वत की रिकार्डिंग हितग्राही ने अपने फोन पर की है। इस ऑडिय़ों को हितग्राही ने वायरल कर दिया है। ग्राम पंचायत के सचिव का ऑडिय़ों जिला प्रशासन के पास भी पहुंच चुका है। लेकिन जिला प्रशासन मूंक दर्शक बना हुआ है। ग्राम पंचायत मिश्ररनपुरा निवासी एक युवक ने सचिव पर शिकायती आवेदन और अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं। हालांकि इस ऑडिय़ों की पुष्टि हमारा पेपर नहीं कर रहा है। हालांकि शिकायतकर्ता ने यह ऑडिय़ों वायरल करते हुए जांच कराने की मांग की है।
शौचालय में हुआ भ्रष्टाचार-
गौरिहार जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मिश्ररनपुरा निवासी एक युवक ने बताया कि पंचायत में पदस्थ सचिव नारायण सिंह के ऊपर सीईओ साहब का संरक्षण बना हुआ है। पंचायत में ऐसे कई विकास कार्य है जिनको सचिव ने भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा दिया है। जहां तक की सचिव द्वारा पूर्व से बने समग्र शौचालय के हितग्राहियों को दुवारा लाभ पहुंचा दिया गया है। यह खेल तब खेला गया है जब ग्राम पंचायत को ऑडीएफ करना था। इसलिए सचिव नारायण सिंह ने एक ही समग्री आईडी पर दो-दो समग्री शौचालय दर्शाकर राशि आहरण करा दी गई है। इस प्रकार से लाखों रूपए की शासन की राशि को भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा दिया गया है। जिसकी शिकायत जनपद पंचायत के अधिकारियों से लेकर जिला पंचायत के अधिकारियों तक से की गई है। हालांकि इस मामले की जांच चल रही है। जांच प्रतिवेदन आते ही आगे की कार्रवाई जिला प्रशासन के द्वारा की जायेगी।
रिश्वत मांगने का ऑडियों वायरल-
ग्राम पंचायत मिश्ररनपुरवा निवासी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत से पंचायत में गरीब तबके के लोगों की खाद्यान्न पर्ची बनाई जा रही हैं। जिसकी जिम्मेदारी पंचायत सचिव से लेकर जनपद पंचायत के कुछ अधिकारियों को सौपी गई है। लेकिन इस कार्य को सबसे अधिक पंचायत सचिव ही कर रहे हैं। जिसको लेकर ग्राम पंचायत मिश्ररनपुरवा के सचिव नारायण सिंह के द्वारा फोन पर खाद्यान्न पर्ची बनवाने के ऐवज में तीन-तीन हजार रूपए की रिश्वत मांगी जा रही है। इस रिश्वत मांगने का ऑडिय़ों भी वायरल हो रहा है। जहां सरकार गरीबों के हित में काम कर रही है। वहीं पंचायत सचिव नारायण सिंह गरीब तबके के लोगों को लूटने में लगा हुआ है। जबकि जिला प्रशासन द्वारा खाद्यान्न पर्ची बनाने के ऐवज में कोई फीस निर्धारित नहीं की गई है।
इनका कहना है-
मेरे द्वारा किसी से किसी भी काम के ऐवज में रूपए नहीं मांगे जा रहे है। आपसी बुराई के चलते मेरे ऊपर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे है। अगर मेरा कोई ऑडियों वायरल हुआ है तो जांच में स्पष्ट हो जायेगा।
नारायण सिंह, सचिव, ग्राम पंचायत मिश्ररनपुरवा
जीआरएस और सचिव के बीच विवाद चल रहा है। इसलिए आये दिन दोनों लोगों के द्वारा एक दूसरे की शिकायत करते रहते है। हालांकि ऑडियों वायरल हुआ है तो उसकी जांच कराई जायेगी।
तपस्या सिंह, सीईओ, जिला पंचायत, छतरपुर
जिला पंचायत सीईओ से बात करके जांच कराई जायेगी। जांच में जो भी निकलकर आयेगा उसी अनुसार कार्रवाई की जायेगी।
पार्थ जैसवाल, कलेक्टर, छतरपुर