ससुराल वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर भटक रही पीडि़ताहरपालपुर। दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर ससुराल वालो ने विवाहिता के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। हरपालपुर थाने पहुंची पीडि़ता की थाने में सुनी नहीं गई तो डीआईजी, एसपी कार्यालय में 15 दिन पहले आवेदन देकर पति सास ससुर देवर, ननद पर कार्यवाही की गुहार लगाते हुए दोनों बच्चे वापस दिलाने की मांग की। लेकिन एक पखवाडा गुजरने के बाद भी पी?ित विवाहिता महिला न्याय के लिए दर दर भटकने को मजबूर हैं। न बच्चे मिले न दहेज लोभियों पर अभी तक थाना पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही की गई।
अलीपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम चिरवारी निवासी अर्जुन की पुत्री पूजा की हरपालपुर वार्ड 3 नारायण गंज निवासी घनश्याम के पुत्र आकाश अहिरवार के साथ शादी दिसंबर 2018 माह में सम्पन्न हुई थी। आरोप हैं कि शादी के चंद्र दिनों बाद दो लाख रुपयों की मांग को लेकर पूजा को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया जाने लगा। यह सब सहन करती हुए पूजा ससुराल आती जाती रही। इसी बीच तीन माह पूर्व उसकी पुत्री आयुषी 4 वर्ष व डेढ़ वर्ष के पुत्र आर्यन को पति जबरन छीनकर ले गए हैं तथा तलाक देने धमकी देकर दहेज की मांग करते रहे। पूर्व जब विवाहिता बीमार हुई तो ससुराल वालों ने सरकारी अस्पताल में ईलाज के दौरान विवाहिता दुबारा गर्भवती न हो तो उस की बच्चेदानी निकलवा दी।
जानकारी के अनुसार विवाहिता के साथ ससुराल में आये दिन पति आकाश, सास रामकुमारी, ससुर घनश्याम, देवर राकेश, नंदन अनसुइया द्वारा अक्सर मारपीट कर दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाता था। जिसके बाद विवाहिता के पिता व रिस्तेदारों ने ससुराल जाकर सुलह करने का प्रयास किया। लेकिन प्रयास विफल होने पीडि़ता अपने पिता के साथ हरपालपुर थाने आवेदन देने कार्यवाही की मांग। लेकिन हरपालपुर थाने में विवाहिता की सुनवाई न होने पर 10 जुलाई को डीआईजी छतरपुर जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन देकर ससुराल पक्ष पर कार्यवाही की मांग की गई। लेकिन आवेदन देने के बाद 15 दिनों बाद भी पीडि़त विवाहिता की सुनवाई। महिला सम्बन्धी अपराध जिला पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ेे कर रहे हैं।