छतरपुर। उद्योग विभाग की चन्द्रपुरा स्थित बेशकीमती जमीन के आवंटन में गड़बड़ी कर विभागीय अधिकारियों के द्वारा लाखों रूपए कमाए जाने की शिकायत पिछले काफी समय से की जा रही थी। उद्योग विभाग के महाप्रबंधक एवं प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसी मामले को बड़ामलहरा विधायक रामसिया भारती ने विधानसभा में उठाया। परिणामस्वरूप पूरे मामले की सागर से आयी संयुक्त संचालक की टीम ने जांच की जिसमें प्रथम दृष्टया गड़बड़ी सामने आयी। इसी गड़बड़ी के चलते महाप्रबंधक एवं प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है।बड़ामलहरा विधायक ने उठाया विधानसभा में मामला, जांच के बाद हुई कार्यवाही
ये है मामला-
चन्द्रपुरा की उद्योग विभाग की जमीन के आवंटन में हुई गड़बड़ी का मामला जब विधानसभा में गूंजा तो सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग हरकत में आ गया। तत्काल संयुक्त संचालक परिक्षेत्रीय उद्योग कार्यालय सागर की टीम ने स्थल निरीक्षण कर वस्तुस्थिति जानी। इस जांच में महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र आशुतोष गुप्ता एवं प्रबंधक श्रीप्रकाश मिश्रा ने जांच में कोई सहयोग नहीं दिया। प्रथम दृष्टया औद्योगिक क्षेत्र का विधिवत सीमांकन नहीं कराए जाने तथा भूमि उपलब्ध न होने के बावजूद इकाईयों को जमीन आवंटित की गई जो नियम विरूद्ध है। इतना ही नहीं नियमों को ताक पर रखकर भूमि हस्तांतरण भी कराया गया। न्यायालय से स्थगन के बाद भी उक्त दोनों अधिकारियों की मनमानी जारी रही। पार्क हेतु आरक्षित भूमि पर निजी व्यक्तियों का कब्जा पाया गया। उपसचिव मप्र शासन सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम विभाग ने महाप्रबंधक एवं प्रभारी प्रबंधक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। श्रीप्रकाश मिश्रा को निलंबित कर उनका मुख्यालय श्योपुर निर्धारित किया गया है जबकि महाप्रबंधक आशुतोष गुप्ता को सिंगरौली अटैच किया गया है। शासन की इस कार्यवाही से उन लोगों ने राहत की सांस ली है जिनके भूखण्डों में हेरफेर किया जा रहा था साथ ही घोर अनियमितताओं पर विराम भी लग गया है।