तब से आज तक नौगांव क्षेत्र में गुटखा की अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाईयां जारीं हैं। सोमवार-मंगलवार की रात प्रशासन की संयुक्त टीम ने अवैध गुटखा फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाईयां की हैं। जिसमें गुटखा बनाने वाली दो मशीनों सहित 13 बोरी कच्चा माल बरामद भी किया है। अवैध गुटखा निर्माण पर सै पलिंग भरने की कार्रवाईयां तो जारी है लेकिन आज तक किसी भी कारोबारी पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। इसी वजह से नौगांव क्षेत्र में अवैध गुटखा का कारोबार फलफूल रहा है।
2 मशीनों सहित 13 बोरी कच्चा माल बरामद
कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देशन में सोमवार की देर रात्रि को प्रशासन की संयुक्त टीम राजस्व, खाद्य एवं पुलिस विभाग द्वारा नौगांव के ग्राम तिंदनी में खेत पर बने एक घर में अवैध गुटखा निर्माण फैक्ट्री पर कार्रवाई की है। प्रशासन की टीम ने अलर्ट मोड में देर रात्रि छापेमार कार्यवाही कर स पूर्ण सामग्री को जब्त किया है। गुटखे के अवैध निर्माण की जगह के भूमि स्वामी रणधीर सिंह पिता किशोर सिंह निवासी नौगांव के खेत पर कार्यवाही की गई। उक्त भूमि पर वने मकान में अवैध गुटका निर्माण होते पाया गया। जहाँ पर 2 गुटखा मशीन, 13 बोरी कच्चा माल एवं 42 पैकट किंग गुटखा के पैकेट पाए गए। उक्त गुटका त बाकू, सुपाड़ी मिक्स माल से बना पाया गया है। इस मामले में संबंधितों पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इस दौरान एसडीएम विशा माधवानी, तहसीलदार संदीप कुमार तिवारी सहित खाद्य सुरक्षा अधिकारी बंदना जैन एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
अवैध कारोबारियों पर एफआईआर की मांग
नौगांव नगर की बात करें तो आये दिन खाद्य सामग्री को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। यहां तक की खाद्य सामग्री में शामिल होने वाले गुटखा त बाकू तक का निर्माण यहां पर होता है। जबकि त बाकू युक्त गुटखा का भी अवैध निर्माण किया जाता है। दो से तीन लाख की लागत से मशीनों को लगाकर अवैध गुटखा फैक्ट्री का निर्माण शुरू कर दिया जाता है। इसको लेकर खाद्य विभाग पर भी सवालियां निशान उठाए जा रहे है। क्योंकि यह अवैध कारोबार सै पल लेने की कार्रवाई से बंद नहीं हो सकता है। लेकिन खाद्य विभाग को सै पल लेने का ही अधिकार बताया जा रहा है। जबकि छापामार कार्रवाई में कलेक्टर, एसपी सहित एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, आरआई और पुलिस के आला अधिकारी शामिल रहते है। जब संयुक्त टीम के द्वारा छापा मार कार्रवाई की जाती है तो अवैध फैक्ट्री संचालकों पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं होती है। यह सवाल नौगांव नगर सहित पूरे जिले में गूंज रहा है।
इनका कहना है।
अवैध कारोबार पर क्या धारा बनती है यह मुझे पता नहीं है। खाद्य विभाग का काम है अवैध गुटखा पर कार्रवाई करना। पुलिस सुरक्षा को लेकर पहुंच जाती है। अवैध कारोबारों पर पुलिस कुछ नहीं कर सकती है।
सतीष सिंह, थाना प्रभारी, नौगांव
हमारे पास सूचना आती है तत्काल कार्रवाई की जाती है। हमारा काम है सै पल भरकर ऊपर भेजना ऊपर से जो रिपोर्ट आती है उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाती है। अगर सै पल गलत पाए जाते है तो कोर्ट में केश दर्ज कराया जाता है। देर रात अवैध गुटखा की फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई है।
बंदना जैन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, नौगांव
2 मशीनों सहित 13 बोरी कच्चा माल बरामद
कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देशन में सोमवार की देर रात्रि को प्रशासन की संयुक्त टीम राजस्व, खाद्य एवं पुलिस विभाग द्वारा नौगांव के ग्राम तिंदनी में खेत पर बने एक घर में अवैध गुटखा निर्माण फैक्ट्री पर कार्रवाई की है। प्रशासन की टीम ने अलर्ट मोड में देर रात्रि छापेमार कार्यवाही कर स पूर्ण सामग्री को जब्त किया है। गुटखे के अवैध निर्माण की जगह के भूमि स्वामी रणधीर सिंह पिता किशोर सिंह निवासी नौगांव के खेत पर कार्यवाही की गई। उक्त भूमि पर वने मकान में अवैध गुटका निर्माण होते पाया गया। जहाँ पर 2 गुटखा मशीन, 13 बोरी कच्चा माल एवं 42 पैकट किंग गुटखा के पैकेट पाए गए। उक्त गुटका त बाकू, सुपाड़ी मिक्स माल से बना पाया गया है। इस मामले में संबंधितों पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इस दौरान एसडीएम विशा माधवानी, तहसीलदार संदीप कुमार तिवारी सहित खाद्य सुरक्षा अधिकारी बंदना जैन एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
अवैध कारोबारियों पर एफआईआर की मांग
नौगांव नगर की बात करें तो आये दिन खाद्य सामग्री को लेकर सुर्खियों में बना रहता है। यहां तक की खाद्य सामग्री में शामिल होने वाले गुटखा त बाकू तक का निर्माण यहां पर होता है। जबकि त बाकू युक्त गुटखा का भी अवैध निर्माण किया जाता है। दो से तीन लाख की लागत से मशीनों को लगाकर अवैध गुटखा फैक्ट्री का निर्माण शुरू कर दिया जाता है। इसको लेकर खाद्य विभाग पर भी सवालियां निशान उठाए जा रहे है। क्योंकि यह अवैध कारोबार सै पल लेने की कार्रवाई से बंद नहीं हो सकता है। लेकिन खाद्य विभाग को सै पल लेने का ही अधिकार बताया जा रहा है। जबकि छापामार कार्रवाई में कलेक्टर, एसपी सहित एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, आरआई और पुलिस के आला अधिकारी शामिल रहते है। जब संयुक्त टीम के द्वारा छापा मार कार्रवाई की जाती है तो अवैध फैक्ट्री संचालकों पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं होती है। यह सवाल नौगांव नगर सहित पूरे जिले में गूंज रहा है।
इनका कहना है।
अवैध कारोबार पर क्या धारा बनती है यह मुझे पता नहीं है। खाद्य विभाग का काम है अवैध गुटखा पर कार्रवाई करना। पुलिस सुरक्षा को लेकर पहुंच जाती है। अवैध कारोबारों पर पुलिस कुछ नहीं कर सकती है।
सतीष सिंह, थाना प्रभारी, नौगांव
हमारे पास सूचना आती है तत्काल कार्रवाई की जाती है। हमारा काम है सै पल भरकर ऊपर भेजना ऊपर से जो रिपोर्ट आती है उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाती है। अगर सै पल गलत पाए जाते है तो कोर्ट में केश दर्ज कराया जाता है। देर रात अवैध गुटखा की फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई है।
बंदना जैन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, नौगांव