महाराजपुर। तहसील अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत ऊजरा में गरेला तिराहा पर नेशनल हाइवे 86 से लगी हुई शासकीय भूमि को प्राइवेट बताकर कुछ दबंगों द्वारा लगातार निर्माण कार्य किया जा रहा है। जबकि इसकी जानकारी तहसीलदार महाराजपुर सहित राजस्व अधिकारियों को भी है मगर सबकुछ जानकर भी प्रशासनिक अधिकारी अनजान बने बैठे हैं। जब इस मामले में हल्का पटवारी शंकर उचारिआ से बात की गई तो उन्होंने भी सहमति देते हुए बताया कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा है और मेरे पास शिकायत आने पर मैंने जांच कर प्रतिवेदन तहसीलदार को दे दिया है। हांलांकि एक निर्माण खसरा नंबर 1890 पर किया जा रहा है। जो किसी व्यक्ति कि निजी भूमि पर चल रहा है और यदि निर्धारित रकवा से अधिक पर अतिक्रमण करके निर्माण किया गया है तो इसमें नियमानुसार कार्रवाई करके अतिक्रमण से भूमि को मुक्त करने की कार्यवाही निश्चित ही की जावेगी और जो एक दूसरा निर्माण चल रहा है। वह शासकीय जमीन पर ही किया जा रहा है। संबंधित व्यक्ति द्वारा भूमि के दस्तावेज उपलब्ध नही किये जाते हैं तो बुलडोजर चला कर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जायेगा। मगर यहां सोचने वाली बात दिलचस्प बात यह है कि जब राजस्व विभाग और शासन प्रशासन को पूरी जानकारी है शासकीय जमीनों का रिकार्ड उनके पास है तो चल रहे निर्माण कार्य को अभी तक बंद क्यों नहीं कराया गया कोई सक्षम अधिकारी मौके पर क्यों नहीं गया इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं न कहीं अधिकारियों की भी मिलीभगत है तभी सब कुछ जानकर भी अनदेखा किया जा रहा है।