विज्ञापन

Type Here to Get Search Results !
BREAKING NEWS

Breaking Posts

Right Post

छतरपुर विश्वविद्यालय का तीसरा दीक्षांत समारोह सम्पन्न


छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर का तृतीय दीक्षांत समारोह वसंत पंचमी के पावन अवसर पर पूरी भव्यता, दिव्यता और गरिमा के साथ  राज्यपाल  मंगुभाई  पटेल की अध्यक्षता में सोल्लास संपन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रख्यात मौसम विज्ञानी एवं सारस्वत अतिथि डा. मृत्युंजय महापात्रा को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से विभूषित किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक ललिता यादव उपस्थित रहीं।
मीडिया संयोजक डा.सुमति प्रकाश जैन एवं सदस्य एनके पटेल के मुताबिक दीक्षांत समारोह को प्रेरक संबोधन देते हुए राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि माता-पिता अपने बच्चों को बहुत कठिनाई से पढ़ाते हैं, इसलिए बच्चों को उनका हमेशा ध्यान रखना चाहिए। उनकी सेवा करने की प्रतिज्ञा विद्यार्थियों को लेनी होगी। इसी तरह परिवार में किसी भी शुभ कार्य जैसे जन्मदिन, विवाह की सालगिरह जैसे शुभ अवसरों पर प्रत्येक सदस्य एक पौधा लगायेगा तो सभी सदस्यों के हिसाब से देश में पर्याप्त हरियाली हो जाएगी और क्लाइमेट चेंज जैसी समस्याओं से बहुत हद तक निजात मिल सकेगी। राज्यपाल ने आगे कहा कि आज आप उपाधि पाकर किसी न किसी सेवा में लग जाएंगे, तब आप खुद के साथ दूसरों के बारे में भी सोचे, सहयोग करें।
सारस्वत अतिथि एवं साइक्लोनमैन के नाम से प्रसिद्ध डॉ.मृत्यंजय महापात्रा ने डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से विभूषित किए जाने के प्रति यूनिवर्सिटी का आभार जताते हुए अपने संबोधन में कहा कि आज देश में यंग जनरेशन ज्यादा है, जो क्रिएटिव होते हैं। युवा पीढ़ी साइंस एंड टेक्नोलॉजी को आसानी से ग्रहण कर लेती है। इस इनोवेटिव टीम को देश के विकास हेतु आगे आना चाहिए। डॉ महापात्रा ने डिजिटल इंडिया पर जोर देते हुए इसे अधिक से अधिक अपनाने की बात कही। आपने मौसम विज्ञान विभाग के कार्यों  तथा महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके निर्देशों को मानते हुए बहुत सी आपदाओं से बच सकते हैं।
कुलपति प्रो. शुभा तिवारी और कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत कर स्मृति चिन्ह्र भेंट किये। कुलपति प्रो. शुभा तिवारी ने अपना दीक्षांत प्रतिवेदन किया एवं सम्मानित होने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान की। इस अवसर पर राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी के न्यूज लेटर छत्रछाया तथा स्मारिका दीक्षावाणी का विमोचन किया।
दीक्षांत समारोह में कुल  124 छात्र-छात्राओं को उपाधि एवं इनमें से सर्वोच्च अंक पाने वाले 38 छात्र छात्राओं  को स्वर्ण पदक  प्रदान किये गए। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डा.आरडी अहिरवार एवं डा. दुर्गावती सिंह ने अपना काम बखूबी निभाया। अंत में कुलसचिव यशवंत सिंह पटेल ने सभी का आभार प्रदर्शन किया।  राज्यपाल तथा अतिथियों ने चित्रकला विभाग द्वारा लगाई गई आकर्षक आर्ट  गैलरी का रुचिपूर्वक अवलोकन कर सराहना की। कार्यक्रम का समापन इस वर्ष भी जबलपुर से आए पुलिस बैंड के द्वारा मधुर धुन में प्रस्तुत राष्ट्रगान के साथ हुआ।

Top Post Ad

Design by - Blogger Templates |