कई वर्षों से खंडार बना स्वास्थ्य केंद्र पारवा,जिसे स्वास्थ्य केंद्र कहा जाता है उसे कूड़ा दान बना दिया,सरकारी उप स्वास्थ्य केंद्र के रूम किराए पर CHMO मैडम के पास आ रही है मोटी कमाई
(राजकुमार पटैल)
छतरपुर। कलेक्टर के द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं जहां पर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र ही बंद पड़े हैं वहां पर झोलाछाप डॉक्टर ही काम आएंगे ग्राम पंचायत पारवा में कई वर्षों से उप स्वास्थ्य केंद्र तो बन गया परंतु जब से बना है तभी से यह बंद पड़ा है ना तो यहां कोई डॉक्टर आया है।कभी ना ही कभी खुला है और ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल के कुछ कमरा किराए पर दे रखे हैं जो की मोटी कमाई का जरिया बना रखा है।स्वास्थ्य केंद्र के आजू-बाजू में लगे हैं।कचरो के ढेर ना तो स्वास्थ्य केंद्र में कभी सफाई होती है ना ही कभी खुला है।ग्रामीण अगर कोई बीमार होता है या तो वह गंज जाता है या फिर झोलाछाप डॉक्टर ही काम आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां CHMO डॉक्टर कल्पना नामदेव उपस्थित हैं।
पर न तो कभी यहां आई हैं और उप स्वास्थ्य केंद्र के रूम किराए पर है।जिसकी मोटी कमाई डॉक्टर कल्पना नामदेव के यहां आती है।