छतरपुर। जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र में 23 नवंबर को पिता-पुत्र की लाश कुंए में मिली थी। चूंकि मामला संदिग्ध था इसलिए पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य एकत्रित कर मामले की जांच करने का भरोसा परिजनों को दिया था लेकिन अभी तक पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है जिस कारण से परिजनों में नाराजगी है। मंगलवार को पीडि़त परिजनों ने जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर सागर-कानपुर हाईवे पर जाम लगा दिया तथा प्रदर्शन करते हुए अब तक की गई जांच की जानकारी दिलाने और जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने की मांग रखी।
प्रदर्शन कर रहे दयाराम कुशवाहा ने बताया कि उसके जीजा और भांजे की लाश कुंए में मिली थी। घटना स्थल पर संघर्ष के निशान थे तथा दोनों के हाथ-पैर तार से बंधे हुए थे जिस कारण से उनके संदेह है कि किसी ने उनकी हत्या करने के बाद दोनों को कुंए में फेका था। घटना दिनांक को पुलिस ने मामले की जांच कर खुलासा करने का भरोसा दिया था लेकिन लगभग 20 दिन बाद भी पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। परिजनों ने प्रांतीय कुशवाहा समाज के जिलाध्यक्ष पूरन कुशवाहा के साथ पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच की जानकारी दिलाने और जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने की मांग रखी। इस मौके पर शिवसेना के जिला प्रमुख मुन्ना लाल तिवारी, युवा सेना के जिलाध्यक्ष नीतेश तिवारी सहित बड़ी संख्या में परिजन और ग्रामीण मौजूद रहे।