निवाड़ी।थाना निवाड़ी अंतर्गत दिनांक 02/10/23 को फरियादिया द्वारा अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध लिखित आवेदन देकर FIR दर्ज कराई गई कि अज्ञात आरोपियों के द्वारा छलपूर्वक 1,60,000 रुपये फोन पे के माध्यम से डलवा लिये गये है एवं और रूपयो की मांग करते हुये धमकियां दी जा रही है। जिस पर थाना निवाडी मे अप.क्र.496/23 धारा 420,419,385 388 ताहि का अपराध पंजीकृत कर विवेचना में लिया गया ।
बारदात का तरीका-
विवेचना में आयी सम्पूर्ण साक्ष्य एवं आरोपियो से पूछताछ पर घटना करने का तरीका जो सामने आया हैं कि इस प्रकार के साइबर अपराधी एक समूह के रूप में कार्य करते हैं। जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- फेसबुक, व्हाटसअप के माध्यम से भोले भाले लोगो से दोस्ती कर उन्हें अपने जाल में फसाते हुये दोस्ती के नाम पर उपहार स्वरूप पार्सल भेजने की बात करते हुये सामने वाले को पार्सल लेने के लिये राजी कर लेते हैं। इनकी छल करने की कहानी यही से शुरू हो जाती हैं और पार्सल प्राप्त करने से लेकर उसमें ड्रग्स होने व ड्रग्स पार्सल पकड़े जाने एवं साइबर थाने में एफआईआर दर्ज होने की बात कहते हुये फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर केश को रफा दफा करने की बाते करते हुये भोले भाले लोगो से लाखो रूपये ठगे जाते हैं। ऐसे साइबर अपराधियो द्वारा फर्जी सिम एवं भाड़े पर बैंक अकाउन्ट उपयोग में लाये जाते हैं।
उक्त अपराध में भी थाना निवाड़ी अंतर्गत फरियादिया को पार्सल भेजने बाद में उसी पार्सल में ड्रग्स पाये जाने पर साइबर थाने में एफआईआर दर्ज होने की कहकर डराया जाता हैं एवं केश को रफा दफा करने के नाम पर फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर फरियादिया से 1,60,000/ रूपये फोन पे के माध्यम से डलवा लिये जाते हैं। जिसकी शिकायत पीड़िता द्वारा थाना निवाड़ी में करने पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
पुलिस कार्यवाही-
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उपपुलिस महानिरीक्षक छतरपुर रेंज ललित शाक्यवार के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक निवाड़ी अंकित जायसवाल द्वारा अज्ञात आरोपियो की तलाश पतारशी एवं शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु अलग-अलग टीमें गठित कर उचित दिशा निर्देश प्रदान किए गए एवं निरंतर प्रकरण की मॉनिटरिंग की गई तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति ठाकुर व अनुविभागीय पुलिस अधिकारी निवाड़ी मनमोहन सिंह के मार्गदर्शन में गठित पुलिस टीम द्वारा सभी बन्दुओ पर कार्यवाही करते हुये साक्ष्य संकलित कर साक्ष्य के आधार पर 05/10/23 को तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया एवं शेष दो आरोपी निवासियान भटिंडा (पंजाब) को दिनांक 27/11/2023 को विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया है। एवं पीड़िता फरियादिया के रुपयों की विधिवत रिकवरी भी करा ली गई है । उक्त प्रकरण मे सभी पाचों आरोपियो की गिरफ्तारी से न केवल फरियादिया को न्याय दिलाने का प्रयास हुआ हैं बल्कि साइबर अपराधियो पर सख्त कार्यवाही होने से साइबर अपराधियो के हौंसले भी ध्वस्त हुये है । निश्चय ही इस कार्यवाही से साइबर अपराध पर काफी हद तक नियंत्रण एंव साइबर अपराध पर अंकुश लगाया गया है।